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बस अड्डा नहीं होने से सड़क के किनारे खड़ा होना बना मजबूरी

हाईवे होने पर भी नगर पंचायत महोली में यात्री सुविधाओं की अनदेखी। दावे तमाम मगर अब तक नहीं मिली रोडवेज बस अड्डे की सौगात।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Sep 2021 11:13 PM (IST)Updated: Fri, 10 Sep 2021 11:13 PM (IST)
बस अड्डा नहीं होने से सड़क के किनारे खड़ा होना बना मजबूरी
बस अड्डा नहीं होने से सड़क के किनारे खड़ा होना बना मजबूरी

राघवेंद्र वाजपेयी, महोली (सीतापुर)

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महोली कस्बे को राष्ट्रीय राजमार्ग 24 का लाभ नहीं मिल रहा है। महोली नगर पंचायत व तहसील होने के साथ यह विधानसभा क्षेत्र भी है। लेकिन, यहां बस यात्रियों के लिए बस अड्डे व यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण नहीं हो सका है। सीतापुर, लखनऊ, बरेली व दिल्ली जाने के लिए यात्री सड़क पर खड़े होकर बसों का इंतजार करते हैं। चाहे धूप हो या बरसात, यात्रियों के लिए खुले में खड़े होना मजबूरी है। वहीं, विधानसभा चुनाव से पूर्व महोली की बंद पड़ी चीनी मिल को चालू करने के अलावा यहां बस अड्डे के निर्माण का मुद्दा जोर-शोर से उठता है।

तहसील मुख्यालय व नगर पंचायत होने के कारण चारों तरफ से कस्बे में लोग आते हैं। महोली से लखनऊ, बरेली, इलाहाबाद, बनारस व दिल्ली, बरेली, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, मेरठ जाने के लिए लोग विभिन्न वाहनों पर सवार होते हैं। यह भी निश्चित नहीं रहता कि परिवहन निगम की बसें रुकेंगी भी या नहीं। दुर्भाग्य है कि महोली में आज तक बस अड्डा अथवा यात्री प्रतीक्षालय के निर्माण की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए।

विधायक शशांक त्रिवेदी ने बताया कि महोली में बस अड्डे के निर्माण के लिए परिवहन निगम को पत्र भेजा है। उम्मीद है कि शीघ्र ही इस समस्या का निदान हो जाएगा।

यात्रियों का दर्द उभरा :

राहुल कुमार ने बताया कि प्राइवेट नौकरी के लिए रोजाना अप-डाउन करते हैं। बसों का ठहराव भी निश्चित नहीं है। विलंब से गंतव्य तक पहुंचते हैं। राजीव शुक्ला ने कहा कि बस अड्डा नहीं होने से सड़क पर खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। निहाल ने बताया कि प्रतिदिन सीतापुर कालेज जाते हैं। बस चालक मनमानी करते हैं, बसें नहीं रोकते। रात के समय बाइपास पर ही उतार देते हैं। आनंद त्रिपाठी ने कहा कि बस अड्डा बन जाए तो बसों का ठहराव निश्चित हो जाएगा। यात्रियों को भी सुविधा होगी।

पिसावां में जमीन आवंटित, महोली में नहीं :

महोली से बारह किलोमीटर दूरी पर स्थित पिसावां कस्बा है। यह लोकल मार्ग की श्रेणी में है। पिसावां में वर्षो पूर्व से रोडवेज बस अड्डे के लिए जमीन आवंटित है, जबकि महोली तहसील व हाईवे पर होने के बाद भी इस सुविधा से आज तक वंचित है।


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