डीएम के आदेश बेअसर, खेतों में घूम रहे बेसहारा गोवंश
बेसहारा गोवंश पकड़ने को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं किसान रात-रात भर जागकर फसल बचाने को विवश।
इस्माइल बेग, सीतापुर
डीएम ने बेसहारा गोवंश को पकड़कर गोशाला में संरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। लेखपाल, प्रधान व सचिव की जिम्मेदारी तय की है। फिर भी गोवंश घूम रहे हैं। किसान रात-रात भर जागकर फसलों की रखवाली के लिए विवश हैं। भीषण सर्दी के बावजूद किसान खेतों में मचान बनाकर फसल बचा रहे हैं। गोवंश को अस्थायी गोशाला में रखने का प्रयास नहीं किया जा रहा।
एसडीएम मिश्रिख मिथिलेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि बेसहारा गोवंश को पकड़कर गोशाला में संरक्षित कराया जा रहा है। संबंधित लोगों से जानकारी करेंगे, गोवंश अस्थाई गोशाला में रखवाए जाएंगे।
इन गांवों में बेसहारा गोवंश अधिक सक्रिय :
औरंगाबाद, कादीनगर, लालपुर, मानपुर, तेलियानी, ततरोई, कनवाखेड़ा, गयावर, भैंसासुर, भैरमपुर, बीबीपुर, अरबगंज, मनिकापुर, समोल, हीरापुर, मड़ारी, रौतापुर, करखिला, प्रतापपुर, मरेली, पचीसा, लेखनापुर, अटवा, भानपुर, लक्ष्मनगंज, बिनोरा, अहमदनगर, रघुनाथपुर, ऐनी, ब्रह्मवली, करुवामऊ, बबुरीखेड़ा, नगवापेड़ी, सहरोइया, गुपौली, नहवैया, मीरापुर, सिद्दीकपुर, बड़ेरा, बिराहिमपुर, लुधौरा, खेवटा, रामपुर, सरैंया, बेलहरी, पनरभू, पनाहनगर, गौरिया, घैला, समसापुर, रहीमाबाद, चौपरिया में सैकड़ों गोवंश घूम रहे हैं।
फसल बचाने के किए उपाय :
किसानों ने फसल बचाने के लिए खेतों के आस पास तार लगाए हैं। बहुत से किसान खेत में मचान बनाकर रुकते हैं। जिनके पास मचान व तार की सुविधा नहीं है, वह रात में फसल बचाते हैं। गोला, पटाखे भी किसान दागते हैं। फिर भी फसल बचाना मुश्किल हो रहा है।
किसानों का दर्द :
कादीनगर के किसान रामनरेश आजाद कहते हैं कि गोवंश रात-दिन फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। इनको पकड़ा नहीं जा रहा। नोहसरा के किसान धिरकू ने कहा सर्दी हो या गर्मी, किसानों को फसलों की रखवाली के लिए रात घर के बाहर गुजारनी पड़ती है। रहीमाबाद के भैयालाल ने कहा फसल रखवाली के समय जंगली जानवरों के हमले का खतरा रहता है। समूह में रखवाली करते हैं, ठंड लगने पर आग जलाते हैं।