खोजे गए सदर तहसील के 'लापता' 138 तालाब, मिट गया अस्तित्व
सदर तहसील क्षेत्र का सर्वेक्षण उजागर हुई हकीकत। अन्य तहसीलों में भी हो सर्वेक्षण तो पता चले सचाई।
सीतापुर : जिला प्रशासन के आंकड़ों में तालाब दर्ज हो सकते हैं, जो कि भौतिक रूप से ओझल हो चुके हैं। दरअसल, इसकी पुष्टि राजस्व कर्मियों के सर्वेक्षण में हुई है। सदर तहसील की रिपोर्ट हैरत में डालने वाली है। इसमें गाटा संख्या के आधार पर 138 तालाब की जमीन तो खोज ली गई। लेकिन, वहां तालाब जैसा कुछ भी नहीं है।
जमीन समतल है। सर्वेक्षण में एलिया ब्लाक क्षेत्र के 39, खैराबाद क्षेत्र के 54, हरगांव के 25 और परसेंडी ब्लाक के 20 कुल 138 तालाबों की खोज की गई है, जिनके स्वरूप पूरी तरह से परिवर्तित हैं। एसडीएम सदर अनिल कुमार ने बताया कि सर्वेक्षण में जिन गाटा पर तालाब नहीं मिले हैं, जमीन समतल हो गई है। उन भूखंडों पर फिर से खोदाई कराकर तालाब बनाने के लिए हमने बीडीओ को लिखा है।
इन गांवों में खोजी तालाब की जमीन :
जमीन से लापता हो चुके तालाबों में एलिया ब्लाक के बसेती में 39 गाटा-खाता की जमीन चिह्नित की गई है, जहां कभी तालाब हुआ करते थे। खैराबाद ब्लाक के भेंमरी, भदेवना, अकोइया, लालपुर शाहपुर, नरही, मिश्रापुर, मखदूमपुर, अकबरपुर कलां, भगौतीपुर, गोविदासरांय, बिनौरा, सरांय यूसुफ, रामनगर, जैतीखेड़ा, बद्रीपुर, पाठकपुर, सिपाह, दारानगर, पहाड़पुर, सुल्तानपुर कमैचा, सरवरपुर व रायपुर में भी तालाब की जमीन खोज ली गई हैं। हरगांव ब्लाक में लापता होने वाले तालाबों की जमीन को कुरकुली, ढोलई कलां, बेलामऊ खुर्द, सुल्तानपुर, बड़खेरवा, नौनेरी, बड़ेलिया में खोजा है। परसेंडी ब्लाक में मौके से गायब हुए तालाबों की जमीन मुसेपुर मुतवल्ली, महमूदपुर, अढ़ावल कलां, मजलिसपुर, पकरिया धापूपुर, कसरैला देवरिया में खोजी है।
हकीकत से दूर कागजी आंकड़े :
जिला प्रशासन के अभिलेखों में जिलेभर में 24,398 तालाब, झील व पोखर होना बताया गया है। इनका कुल रकबा 11,126 हेक्टेयर है। मार्च 2022 तक 24,324 तालाब कब्जा मुक्त करा लेने की बात कही जा रही है। कब्जे वाले केवल 74 तालाब हैं, जिनका क्षेत्रफल 11 हेक्टेयर है। राजस्व कर्मियों का कहना है कि सदर तहसील की तरह अन्य छह तहसीलों में भी तालाबों का यही हाल है। अभिलेखों में तालाब हो सकते हैं, मगर अस्तित्व में बहुत ही कम संख्या में तालाब हैं। सदर तहसील की तरह अन्य तहसील क्षेत्रों में भी तालाब खोजे जाएं तो हकीकत सामने आए।