79 विद्यालय निष्प्रयोज्य पर ध्वस्तीकरण का इंतजार
इन जर्जर भवनों को गिरवाने का अभी तक नहीं दिया गया निर्देश
सीतापुर: 1915 में बने पूर्व माध्यमिक विद्यालय को 100 वर्ष से भी अधिक समय बीत चुका है। छतें और दीवार जर्जर हो चुकी हैं। प्लास्टर अपने आप ही टूटता है तो छत टपकती है। प्रधानाध्यापक ताज अहमद ने बताया कि मरम्मत कराकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है। कई बार शिकायत की गई पर नतीजा सिफर रहा।
- प्राथमिक विद्यालय तंबौर प्रथम। जहां पर शिक्षण कार्य तो नए बने कमरों में हो रहा है, परंतु पुरानी जर्जर बिल्डिग खतरा बनी हुई है। इसका कुछ हिस्सा अपने आप ही गिर चुका है। अभी तक इसे गिरवाने की प्रक्रिया नहीं हुई है।
ब्लॉक बेहटा में कुछ 79 विद्यालय भवन ऐसे हैं जो किसी भी समय धराशाई हो सकते हैं। यह भवन पुराने होने के कारण जर्जर हो चुके हैं। छतें टपक रही हैं। दीवारों का प्लास्टर टूटकर गिर रहा है। विभाग ने इन भवनों को निष्प्रयोज्य की सूची में तो डाल दिया है, लेकिन इन भवनों को कब गिरवाया जाएगा कुछ कहा नहीं जा सकता। अध्यापक व छात्रों को अपनी जान का हर समय भय बना रहता है। कुछ भवन तो स्वत: ही गिर गए।
स्वत: गिर चुके निष्प्रयोज्य भवन
प्राथमिक विद्यालय परसिया के प्रधानाध्यापक मुकेश कुमार बताते हैं कि वर्ष 2018 में निष्प्रयोज्य जर्जर भवन की छत अपने आप ही ढह गई थी। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय तंबौर प्रथम की प्रधानाध्यापिका शमीम बानो बताती हैं कि वर्ष 2017 में पुराने निष्प्रयोज्य कमरे की टिनशेड व दीवार बरसात में गिर गई थी।
ये भवन हैं जर्जर
प्राथमिक विद्यालय मक्कापुरवा, बेहटा द्वितीय, सहिजर कला, सुमेर, नरना, सुरेपारा, औरंगाबाद, दुबई, तंबौर देहात, इस्माइल गंज, औरी शाहपुर, तंबौर प्रथम, चंदीभानपुर प्रथम व द्वितीय, अकबर पुर, रायमरोड़, मानपुर मल्लापुर, रिहार, सुंदरपुरवा, सुलतानापुर, कुट्टी सुपौली,कोडरी, ऊंचगांव, कोलगढ़, सिकरी, सलारपुर, मरसंडा द्वितीय, अढमलपुर, शाहपुर प्रथम, आम्बा, बहिया बहरामपुर, पिपरिया, उमरिया कला, ढोलनापुर, कठूरा,लौकी, करहका, कलनापुर, रोहिया शिवपुर, रजनापुर, हरिहरपुर, बाबागंज, सेतुही, बसंतापुर, धनपुरिया, पलौली, मु़गलपुर प्रथम व द्वितीय, उमरा, मतुआ, खालेपुरवा, समोलिया, करमुडीह, रामरूढा, मुड़ीखेरा, सोनसरी, पट्टी देहली, रतौली, महसी, मुसियाना, महसी, बेलवा, परसिया, चेनिया व चौरा व उच्च प्राथमिक विद्यालय तंबौर प्रथम व द्वितीय, रिहार, ढाखिन, सुलतानापुर, अढमलपुर, सिकरी, बसंतापुर, गडोसा, पिडू रिया, मुगलपुर।
वर्जन
'निष्प्रयोज्य व जर्जर विद्यालयों की सूची बीएसए कार्यालय भेजी जा चुकी है। वहीं से निष्प्रयोज्य भवनों को गिरवाने के लिए निर्देश जारी होंगे'।
रणजीत कुमार, बीईओ
बेहटा