कंट्रोल रूम में दिखेगी जेल के अंदर की हर गतिविधि
जिला कारागार में कंट्रोल रूम की व्यवस्था हो गई है। इससे
सीतापुर : जिला कारागार में कंट्रोल रूम की व्यवस्था हो गई है। इससे जेल की प्रत्येक गतिविधि जानी जा सकेगी। यहां पर बंदी और मुलाकातियों का पूरा विवरण रहेगा। कौन बंदी कहां जा रहा है कौन लौट रहा है, यह विवरण भी कंट्रोल रूम में रहेगा। मुलाकातियों की जामा तलाशी भी यहीं पर होगी और उनका विवरण दर्ज किया जाएगा। जेल में ड्यूटी से संबंधित ब्योरा भी कंट्रोल रूम पर रहेगा।
कंट्रोल रूम में चीफ एडवायजर हर मूवमेंट पर नजर रखेगा। इस कंट्रोल रूम को उप्र प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन ने बनाया है। इसमें 5.70 लाख रुपये खर्च हुए हैं। इसी बजट कंट्रोल रूम के पीछे शौचालय बनाया गया है। जेलर ने बताया, वैसे जेल में किसी भी बैरक के मूवमेंट जानने को संबंधित बैरक तक पहुंचना होता था। निरीक्षण भी मौके पर जाकर करना होता था। कंट्रोल रूम बनने से अब ये दिक्कतें दूर हो जाएंगी। डीएम व अन्य अधिकारी भी जब चाहेंगे, कंट्रोल रूम से ही प्रत्येक गतिविधि का जान सकेंगे। जिला कारागार में 32 कैमरों से होती है निगरानी
जिला कारागार में करीब 32 सीसी कैमरे लगे हैं। इन्हीं से प्रत्येक गतिविधि की निगरानी होती है। जेलर ने बताया कि, कंट्रोल रूम की सुविधा होने के बाद अब जेल की प्रत्येक गतिविधियों की निगरानी यहीं से हो सकेगी। सीसी कैमरे में कैद होने वाली गतिविधि को प्रदर्शित करने को कंट्रोल रूम में 56 इंच वाले आठ डिस्प्ले लगाए जा रहे हैं। इस तरह जेल की हर एक गतिविधि का मूवमेंट कंट्रोल रूम में प्रदर्शित होगा। कंट्रोल रूम से दूर हई दिक्कतें
जेलर आरएस यादव ने बताया, अभी तक जिला जेल में कंट्रोल रूम जैसी कोई सुविधा नहीं थी। गतिविधि को जानने के लिए अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। कर्मियों व बंदियों आदि का विवरण भी इधर-उधर विभिन्न कार्यालयों में रखना पड़ता था, लेकिन कंट्रोल रूम बनने से ये सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। वर्जन-
कंट्रोल रूम बन गया है। उम्मीद है यह अगले महीने फरवरी में सक्रिय हो जाएगा। कंट्रोल रूम का उद्घाटन मुख्यमंत्री करेंगे। इस संबंध में अभी कोई डेट नहीं मिली है।
- आरएस यादव, जेलर