नागरिकों को नाला सफाई का इंतजार
नगर में कई जगह जलभराव की समस्या से नागरिक हैं तंग
सीतापुर : नगर के कई मुहल्लों में बरसात के समय जलभराव और जलनिकासी न होने की बड़ी समस्या है। लेकिन इसका स्थाई समाधान नहीं हो सका है। कहने को नागरिक शहरी क्षेत्र में निवास करते हैं। लेकिन उनकी मूलभूत समस्याओं के प्रति जिम्मेदार अनभिज्ञ ही रहते हैं। नगर की लगभग 55 हजार आबादी है। क्षेत्र में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 25 नाले हैं।
कस्बे के लहरपुर तिराहे से मिरदही टोला तक प्रस्तावित नाला निर्माण कार्य डेढ़ दशक में नहीं हो सका है। नालों की साफ-सफाई न होने से गंदा पानी कई जगहों पर भर जाता है। स्थिति यहां तक पहुंच जाती है कि गंदा पानी घरो में भरने लगता है। नगर पालिका क्षेत्र में साफ सफाई के लिए 38 स्थाई और 77 संविदा कर्मी तैनात हैं। मिरदही टोला का नाला न बनने से महाराजागंज, कैथी टोला, दायरा प्रथम और द्वितीय, मियागंज, काजी टोला, मिरदही टोला आदि मुहल्लों में जलनिकासी की समस्या है। अधिक बारिश के बाद जब नाले उफनाते हैं तो भीषण गंदगी हो जाती है। रास्ते गंदगी से पट जाते हैं। दुर्गंध से नागरिक परेशान होते हैं। चित्र-22एसआइटी08-
मुहल्ले में नाला निर्माण की जरूरत है। जलनिकासी के यही मुख्य साधन हैं। नाला निर्माण आधा दर्जन मुहल्लों को लाभ मिलेगा।
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बरसात से पहले नाला निर्माण व साफ-सफाई हो जानी चाहिए। जिससे जलनिकासी हो सके और जलभराव से निजात मिल जाएगी।
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नगर क्षेत्र में जलभराव की समस्या को लेकर कई बार लोगों ने शिकायतें की हैं। लेकिन समस्या का निदान नहीं कराया जा रहा है।
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क्षतिग्रस्त नाले और सड़क की मरम्मत प्राथमिकता से कराई जाए। जिससे बारिश के समय जल निकासी की समस्या उत्पन्न न हो।
मौलाना अनवार कादरी वर्जन-
अब तक 19 नालों की सफाई का कार्य कराया जा चुका है। लहरपुर तिराहे से मिरदही टोला तक नालों पर अतिक्रमण है। नोटिस दी है, जल्द ही शेष नालों की भी सफाई सुनिश्चित कराएंगे।
डॉ. देवेंद्र श्रीवास्तव, अधिशासी अधिकारी