रखें ख्याल.. बेबी की स्किन न हो ड्राई
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सीतापुर : मां का दूध बेबी के लिए अमृत है। बेबी के जन्म के एक घंटे के अंदर और फिर छह महीने तक सिर्फ मां का दूध मिले तो बेबी का जीवन निरोग्य और बलवान होता है। बेबी का टीकाकरण व स्वास्थ्य परीक्षण नियमित कराना चाहिए। जिससे बेबी बीमारियों से सुरक्षित रहे। दैनिक जागरण की ओर से शनिवार को जॉनसन जेंटल स्पर्श कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने बेबी के साथ आई मां को समझाई। वक्ताओं ने दैनिक जागरण के सरोकारों की सराहना की और जॉनसन के उत्पादों का महत्व बताया। कार्यक्रम में भारी संख्या में बेबी के साथ माताएं मौजूद रहीं।
संबोधन से पहले अतिथियों का सम्मान किया गया और फिर डीएम अखिलेश तिवारी, सीएमओ डॉ. आरके नैयर व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कहा कि दैनिक जागरण हमेशा समाज हित के कार्यक्रम चलाता है। सीएमओ ने मांओं से कहा, 'स्पर्श' का बहुत महत्व है। जन्म लेने के तुरंत बाद मां के पास बेबी को किया जाता है माना जाता है कि बेबी को पहला स्पर्श मां का मिले।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश जायसवाल ने कहा, बेबी की नाजुक त्वचा की देखभाल जरूरी है। बेबी की मालिश में हल्के तेल का प्रयोग हो। विटामिन-ई एवं ए बेबी की त्वचा के लिए बहुत जरूरी होती है। बेबी को नहलाने के लिए सौम्य साबुन व शैंपू चुने। ताकि बेबी की स्किन ड्राई न हो। महिलाओं ने साझा किए अनुभव
कुछ महिलाओं ने बच्चों की देखभाल के बारे में अपने अनुभव साझा किए। कामकाजी महिला होने के बाद भी उन्होंने अपने बच्चों के लिए उत्पाद चुनने में कभी जल्दबाजी नहीं की। कहा कि मेरा पहला बेबी था, तो मुझे सिर्फ जॉनसन पर ही भरोसा हुआ। मेरी मां ने भी मुझे जॉनसन साबुन और तेल लगाया था। मेरी भी विश्वास सिर्फ इसी पर हुआ। पिछले तीन सालों से यही प्रयोग कर रही हूं। कहा कि मां अपने बच्चे को हमेशा अच्छा देने की कोशिश करती है और मेरे बच्चे के लिए भी सिर्फ जॉनसन ही बेस्ट है। इसका साबुन त्वचा को कोमल रखता है। यह क्लीनिकली प्रमाणित भी है। इसमें जरूरी विटामिन होती हैं। जॉनसन का शैंपू बच्चों की आंखों में नहीं लगता है। मेरी मां ने जॉनसन की खूबियां बताई थीं। अब परिवार में कोई बेबी होता है तो उसे जॉनसन के उत्पाद उपहार में देते हैं। बेबी की सेहत देखभाल के पूछे सवाल
बेबी की सेहत का मामला हो तो फिर मां कैसे चुप रह सकती हैं। बाल रोग विशेषज्ञ व जॉनसन के विशेषज्ञों से माताओं ने बेबी के स्वास्थ्य देखभाल की जानकारी ली। दिव्या तिवारी ने बच्चों के खान-पान पर सलाह ली तो शालू ने बेबी की मालिश के तरीके पूछे। वहीं ममता व प्रिया ने जॉनसन और बच्चों की सुरक्षा के संबंध में जानकारी ली। लकी ड्रा में हुईं सम्मानित
महक की मां नेहा, मुदित की मां, अभि की मां रिपी सिंह, विवान की मां कीर्ति प्रजापति, अर्णव सिंह की मां श्रेया सिंह, वैष्णवी की मां रोहिणी शुक्ला, लवी की मम्मी पम्मी, सिमरन की मां पुष्पा, आराध्या की मम्मी मुन्नी देवी और आदि मिश्रा की मां रूबी मिश्रा। बोले जिलाधिकारी..
हमारी पुरानी परंपराएं बहुत महत्वपूर्ण रही हैं उनके पीछे कोई बड़ा मकसद होता था। बेबी का अन्नप्राशन, मां की गोदभराई जैसे कार्यक्रम होते थे। बेबी का अन्नप्राशन जन्म के छह महीने बाद होता था, तब तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध प्राप्त होता था। पहले परंपराओं के आधार पर अब शासन की योजनाओं के आधार पर बेबी व मां से जुड़े आयोजन होते हैं। स्तनपान दिवस होता है आंगनबाड़ी पर गोदभराई के कार्यक्रम हो रहे हैं।
- अखिलेश तिवारी, जिलाधिकारी बेबी जॉनसन की सराहना..
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दैनिक जागरण हमेशा समाज हित के कार्यक्रम चलाता है। अब बेबी के लिए जॉनसन की मदद से लेकर आया कार्यक्रम भी सराहनीय है। वह भी मां हैं। उन्हें पता है कि बेबी की त्वचा कितनी नाजुक होती है। अपने बच्चों की भी जॉनसन के तेल से न केवल मालिश की थी बल्कि जॉनसन के साबुन से ही बच्चों को नहलाया था।
- शोभिता शुक्ला, प्रधानाचार्य-किगजॉर्ज स्कूल, श्यामनाथ