फोन घुमाइए, घर बैठे राहत पाइए
खगेसियामऊ ग्राम निवासी गुड्डू के दोनों पैर कुछ दिन पूर्व एक्सीडेंट में खराब हो गए थे।
सीतापुर : खगेसियामऊ ग्राम निवासी गुड्डू के दोनों पैर कुछ दिन पूर्व एक्सीडेंट में खराब हो गए थे। वह घर पर रहने को मजबूर हैं। उनकी पत्नी वायरल से पीड़ित हैं। उन्होंने संजीवन संस्था के अध्यक्ष आकाश बजरंगी को फोन कर सहायता मांगी। संजीवन के सदस्यों ने न केवल खाद्यान्न, तेल पहुंचाया बल्कि दवा व पैसे भी उपलब्ध कराए। फल विक्रेता कल्लू ने लॉकडाउन से तीन दिन पहले ही किराए का मकान छोड़ा था। अब उनके सामने रहने खाने का भी संकट छा गया है। तीन बच्चे जिनमें एक महज छह माह का व पत्नी के साथ ठेले पर ही सामान लिए भटक रहे थे। इन्हें भी समाजसेवियों ने प्रशासन के शेल्टर होम में अस्थाई ठिकाना दिलवाया।
अन्य संस्थाएं भी कर रही सेवा कार्य
जब से लॉकडाउन हुआ है तब से बहुत संस्थाओं व उनके सदस्यों ने समाजसेवा का बीड़ा उठा लिया है। पहल संस्था के रचित निगम भी एक फोन पर अपनी टीम के साथ दौड़े चले जाते हैं और जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध करा देते हैं। मुस्कान फाउंडेशन अमित अग्रवाल व रूपा अग्रवाल भी ठेला, रिक्शा चालकों को भोजन कराने के साथ-साथ डायल 112 माध्यम से खाद्यान्न भी लोगों को उपलब्ध कराते हैं। पूर्व नपा अध्यक्ष आशीष मिश्रा ने कोविड-19 वालेंटियर्स नामक समूह बनाया है। वह व उनके सदस्य घरों में बर्तन धुलने, खाना बनाने का काम करने वाली महिलाओं, मोची, फल विक्रेताओं सहित अन्य जरूरतमंद लोगों तक रसद पहुंचाने का काम काम अनवरत रूप से करने में लगे हैं।