85 तालाब बनेंगे अमृत सरोवर, गांव की सुंदरता को लगेंगे चार चांद
सीतापुर जिले में जिन तालाबों को अमृत सरोवर बनाया जाना है उनका चयन हो गया है। उन्हें आक
सीतापुर : जिले में जिन तालाबों को अमृत सरोवर बनाया जाना है, उनका चयन हो गया है। उन्हें आकर्षक बनाने का काम भी अगले दो-तीन दिन में शुरू होने वाला है। चयनित हुए 85 तालाबों को इतना खूबसूरत बनाने की योजना है कि हर साल यहां स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया जाएगा। इन तालाबों की देखरेख का जिम्मा ग्राम पंचायत का होगा। डीसी मनरेगा सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया, तालाबों को पुनर्जीवित करने के लिए अमृत सरोवर योजना की शुरूआत प्रधानमंत्री ने 24 अप्रैल 2022 को की। ऐसे ही देशभर के जिलों में तालाबों को अमृत सरोवर बनाने की मुहिम चल पड़ी है। तीन मीटर गहरा होगा अमृत सरोवर
अमृत सरोवर वाले तालाब की गहराई कम से कम तीन मीटर रखी जानी है। इसी हिसाब में स्टीमेट तैयार किए जा रहे हैं। सरोवर के चारों ओर टहलने के लिए ट्रैक बनेगा। चार-पांच बेंच बनेंगी। ट्रैक के किनारे विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण कराया जाना है। 15 अगस्त के दिन इन अमृत सरोवरों पर ध्वजारोहण हुआ करेगा। इसके लिए भी सुंदर स्थल बनाना है।
तालाबों में पानी की ऐसे होगी व्यवस्था
डीसी मनरेगा ने बताया, अमृत सरोवर में पानी के लिए ट्यूबवेल आदि संसाधनों पर निर्भर नहीं रहा जाएगा। अमृत सरोवर वाले तालाबों में पानी रहे। इसके लिए आसपास बहने वाले बारिश के पानी को तालाब में गिराने के इंतजाम होंगे।
अमृत सरोवर योजना के उद्देश्य तालाबों को पुनर्जीवित कर सुंदर बनाया जाएगा।
तालाबों को पर्यटन के लिए आकर्षक बनाना है।
तालाब के चारों ओर रोशनी के इंतजाम किए जाएंगे।
तालाब के चारों ओर विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण होगा।
स्वच्छता बनाए रखने और लोगों को तालाबों के महत्व के बारे में बताया जाएगा। अमृत सरोवर बनने से ये होंगे लाभ
- क्षेत्र के जल स्तर में सुधार आएगा। जीव-जंतुओं को पानी मिलेगा।
- गांव के विकास में अमृत सरोवर जैसी विशेष उपलब्धि होगी।
- अमृत सरोवर के बनने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
- गांव की सुंदरता बढ़ेगी। लोगों के जीवन के स्तर का बढ़ाने में सहयोगी होगा।
- बच्चे, युवा और बुजुर्ग अमृत सरोवर पर सुबह-शाम खाली वक्त गुजार सकेंगे।
वर्जन-
अमृत सरोवर योजना में तालाबों के चयन में काफी गंभीरता बरती गई है। इनका चयन तीन तरह से हुआ है।
कार्ययोजना पोर्टल पर अपलोड हो गई है। बस अब काम शुरू होने वाला है।
- सुशील कुमार श्रीवास्तव, डीसी मनरेगा