दिव्य है हरिक्षेत्र की छटा, गुंजायमान है राम-नाम जप
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सीतापुर : 84 कोसी परिक्रमा के पहले पड़ाव कोरौना से दूसरे पड़ाव हरिक्षेत्र (हरैया) से करीब पांच किमी पहले रास्ते में बकछेरवा गांव पड़ता है। यहां गांव के आसपास का वातावरण राम-नाम की ध्वनि से गुंजायमान है। ये जाप आदि गंगा गोमती के किनारे दक्षिण दिशा में स्थित ऐतिहासिक कैलाश आश्रम में हो रहा है। आश्रम के पुजारी राधेदास के मुताबिक, राम-नाम जाप शुरू हुए तीन महीने हो चुके हैं और ये जाप अगले 14 साल तक अनवरत चलेगा। इस दिव्य अलौकिक राम-नाम जाप के दर्शन परिक्रमार्थियों को करने को मिलेंगे। गांव के बुजुर्ग कैलाश आश्रम के प्राचीन शिव मंदिर के शिवलिग का संबंध द्वापर युग से मानते हैं।
मूंगफली बेच बनाया था हनुमान मंदिर
हरैया पड़ाव स्थल पर हनुमान मंदिर है। मंदिर के महंत बनवारी दास ने बताया कि, गंगादास दास बाबा के शिष्य सियाराम बाबा दूसरे के खेतों से मूंगफली बीन-बीन कर उन्हें बेचकर 50 साल पहले हनुमान जी मंदिर बनवाया था। यहीं पर गुरु गंगादास बाबा ने कुआं बनवाया था। फिलहाल, अब ये हनुमान मंदिर ढह गया है अवशेष बचे हैं।
रास्ते में ये हैं दर्शनीय स्थल
कोरौना से दूसरे पड़ाव हरिक्षेत्र मार्ग में कई पवित्र स्थल हैं। इनमें कुमनेश्वर, मानसरोवर तीर्थ, कोटीश्वर महादेव के दर्शन होते हैं। फिर परिक्रमार्थी कैलाश आश्रम पहुंचते हैं। कैलाशनाथ भगवान शंकर व बाबा खबीश के दर्शन होते हैं। इस स्थान पर ब्रह्मलीन स्वामी पूर्णानंद जी की समाधि है। इनके दर्शन के बाद परिक्रमार्थी गोमती घाट आकर अमर कंटक में स्नान कर हरैया पड़ाव पहुंचकर रात्रि विश्राम करते हैं। यह स्थान हरदोई जनपद में पड़ता है।