11 बसों से सीतापुर पहुंचे 300 कामगार
हरियाणा में एक महीने से क्वारंटाइन थे कामगार
सीतापुर : लॉकडाउन के बाद से हरियाणा में फंसे जिले के 300 कामगारों की सोमवार को वापसी हो गई। ये कामगार हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर फंसे थे। सभी को क्वारंटाइन में रखा गया था। करीब एक महीना क्वारंटाइन केंद्र में बिताने के बाद इनकी वापसी हुई है। रविवार को इन सभी को हरियाणा से शामली लाया गया। शामली से 11 बसों से इन सभी को सीतापुर भेजा गया। बस स्टॉप पर एडीएम विनय पाठक व एसडीएम सदर अमित भट्ट की मौजूदगी में कामगारों की स्क्रीनिग की गई। जांच के बाद कामगारों को उनकी संबंधित तहसील मुख्यालय भेज दिया गया। जहां उन्हें क्वारंटाइन केंद्र में रखा जाएगा। सदर तहसील के लोगों को अग्रसेन भवन में क्वारंटाइन किया गया है। एआरएम विमल राजन ने बताया कि, रविवार रात और सोमवार दोपहर तक हरियाणा में फंसे 300 लोग वापस आ गए हैं। एसडीएम सदर अमित भट्ट का कहना है कि, वापस आए कामगारों को क्वारंटाइन किया गया है।
कहां फंसे थे कितने कामगार
हरियाणा के अंबाला शहर में जिले के 61 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था। इसी तरह गुरुग्राम में 20, हिसार में 18, झज्जर में आठ, करनाल में 11, कुरुक्षेत्र में पांच, पंचकुला में आठ, पानीपत में सात, रेवाड़ी में 75 लोग लॉकडाउन के बाद से फंसे थे। इसी तरह अन्य शहरों में भी कुछ लोग फंसे थे। इनसेट
काम तो किया नहीं, हो गए क्वारंटाइन
सिधौली क्षेत्र के गांव अल्लीपुर निवासी बैजनाथ पत्नी व चार बच्चों सहित होली के बाद हरियाणा गए थे। काम मिला ही था, कि लॉकडाउन हो गया और उन्हें परिवार सहित बिलासपुर में क्वारंटाइन कर दिया गया। प्रशासन से गुहार लगाकर वापस आए तो चेहरे पर अलग ही खुशी थी। गांव मेदपुर निवासी सुशील, राकेश, दिलीप आदि 11 लोग मानेसर में क्वारंटाइन थे। महोली के बरुआ निवासी पंकज, अमीननगर निवासी अजय भी एक महीने से क्वारंटाइन केंद्र में थे।