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दिन में धूप, सुबह-शाम कोहरा

पहले तीन दिन के मौसम ने गर्मी की दस्तक देने का एहसास कराया तो इधर तीन दिनों से मौसम कुछ ऐसा बदला कि जाते-जाते ठंड ने फिर से तेवर दिखा दिया। रात में घना कोहरा जो शुरू हुआ तो उसका प्रकोप दिन में भी बना रहा। दोपहर में धूप निकली।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Feb 2021 11:37 PM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2021 11:37 PM (IST)
दिन में धूप, सुबह-शाम कोहरा
दिन में धूप, सुबह-शाम कोहरा

सिद्धार्थनगर : पहले तीन दिन के मौसम ने गर्मी की दस्तक देने का एहसास कराया, तो इधर तीन दिनों से मौसम कुछ ऐसा बदला कि जाते-जाते ठंड ने फिर से तेवर दिखा दिया। रात में घना कोहरा जो शुरू हुआ, तो उसका प्रकोप दिन में भी बना रहा। दोपहर में धूप निकली। बीच-बीच में बदरी भी छाई रही। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

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मौसम विशेषज्ञ सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि मौसम में परिवर्तन अभी इसी प्रकार बना रहेगा। अगले पांच दिनों में तापमान में वृद्धि की संभावना है। इस बीच अधिकतम तापमान 25 से 27 व न्यूनतम तापमान 11 से 12 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। आसमान में कभी-कभी छुटपुट बादल दिखाई देंगे, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। दिन में 11 बजे जो गाड़ियां सड़क पर दिखाई दीं, उसकी रफ्तार न केवल धीमी रही, बल्कि सभी की लाइटें जलती रहीं।

किसानों के लिए जारी की गई सलाह

मौसम परिवर्तन को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों की ओर से किसानों के लिए सलाह जारी की गई है। गेहूं में बालियां निकलनी शुरू हो गई हैं, इस अवस्था में खेत में नमी कम होने पर किसानों को सिचाई करनी चाहिए, अन्यथा की स्थिति में उत्पादन में भारी गिरावट हो सकती है। निर्देश के बाद भी नहीं बदले गए जर्जर तार व खंभे

सिद्धार्थनगर : तहसील क्षेत्र के लोगों को जर्जर तार और खंभों से निजात दिलाने में विभागीय लचरता रोड़ा बनी हुई है। बीते दिनों बेनीनगर में जर्जर तार टूटने से एक गंभीर रूप से झुलस गया। हल्लौर में एक की मौत भी हो चुकी है।

डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र में खस्ताहाल पोल व पुराने तार लोगों के जी का जंजाल बने हुए हैं। हल्की हवा में भी तार.पत्ते की तरह टूटते रहते हैं जिसके चलते विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाती है। खंभे ऐसे की कब गिरकर बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। पथरा, भारतभारी, औराताल, भवानीगंज, बढ़नीचाफा के अलावा बेवां, भड़रिया, मन्नीजोत आदि क्षेत्रों में यह समस्या लंबे वक्त से बनी हुई है। कृष्णानगर, शाहपुर, माली मैनहा और इंदिरानगर में दर्जनों खस्ताहाल खंभे विभागीय उदासीनता की कलई खोल रहे हैं। आठ माह पहले डुमरियागंज विधायक ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर निर्देशित किया था कि सर्वे कराकर जर्जर तार व खंभों के बारे में उन्हें रिपोर्ट करें जिससे बदलवाया जा सके, लेकिन अब तक यह कार्य पूरा नहीं हुआ। अधिशासी अभियंता राममूरत ने कहा कि शीघ्र ही सर्वे कराकर रिपोर्ट विधायक को दी जाएगी, तैयारी चल रही है।


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