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पूरे दिन की सख्ती शाम को हुई तार-तार

रविवार को तीन बजे तक नामांकन पत्रों की वापसी का समय निर्धारित था। इसके बाद चुनाव चिह्न का आवंटन होना था। चुनाव प्रक्रिया में लगे कर्मचारियों के काम करने की गति आज काफी सुस्त रही। यही वजह है कि समय आगे बढ़ने के साथ उम्मीदवारों व समर्थकों की भीड़ बढ़ने लगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Apr 2021 10:44 PM (IST)Updated: Sun, 18 Apr 2021 10:44 PM (IST)
पूरे दिन की सख्ती शाम को हुई तार-तार
पूरे दिन की सख्ती शाम को हुई तार-तार

सिद्धार्थनगर : वीकेंड लाकडाउन में पूरे दिन तो सड़कों पर सख्ती दिखी, मगर शाम होते-होते सारी सख्ती तार-तार हो गई। ब्लाक परिसर में भीड़ ऐसी उमड़ी कि लोग एक-दूसरे पर गिरे जा रहे थे। कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लाकडाउन लगाया गया, मगर उस उद्देश्य पर पानी फिरता दिखाई दिया। प्रत्याशी एवं समर्थक भले ही मास्क लगाए रहे, परंतु शारीरिक दूरी का कहीं पालन होता नजर नहीं आया।

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रविवार को तीन बजे तक नामांकन पत्रों की वापसी का समय निर्धारित था। इसके बाद चुनाव चिह्न का आवंटन होना था। चुनाव प्रक्रिया में लगे कर्मचारियों के काम करने की गति आज काफी सुस्त रही। यही वजह है कि समय आगे बढ़ने के साथ उम्मीदवारों व समर्थकों की भीड़ बढ़ने लगी। देर शाम चुनाव निशान बंटना शुरू हुआ। खबर लिखे जाने तक जिम्मेदार निविर्रोध प्रत्याशियों की सूची तैयार नहीं कर सके थे। इटवा में 12 व खुनियांव में 13 काउंटर पर भीड़ जुटी रही। प्रधान, बीडीसी व ग्राम सदस्य पद के प्रत्याशियों चुनाव चिह पाने के लिए काउंटर के समक्ष लंबी कतार में खड़े रहे। जैसे ही चुनाव चिह्न मिलता, प्रत्याशियों का रूख अपने गांव की ओर हो जाता। इस बीच लोग फोन पर भी अपने समर्थकों को कौन सा चिह्न मिला, इसकी जानकारी देते देखे गए।

आरओ इटवा ब्रजेश कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि प्रत्याशियों में चुनावचिह्न का आवंटन टेबल के अनुसार शुरू हो गया है। निर्विरोध प्रत्याशियों की सूची चस्पा करने में विलंब हो गया।

सैनिटाइज्ड किया गया नगर मुख्यालय

रविवार को पहला वीकेंड लाकडाउन काफी सफल रहा। बाजार पूरी तरह से बंद रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। केवल ब्लाक कार्यालय के आसपास थोड़ी चहल-पहल दिखी, जहां पर नामांकन पत्र वापसी की प्रक्रिया चल रही थी। नगर पंचायत की ओर से सरकारी कार्यालयों एवं प्रमुख स्थानों को फायर टेंडर के जरिये सैनिटाइज्ड कराया गया।

रात में क‌र्फ्यू तो सुबह में लाकडाउन। प्रशासन की ओर से पहले ही सख्ती से इसका पालन करने संबंधित एलाउंस कराया गया था। नतीजा यह रहा कि सारी दुकानें बंद रहीं। अस्पताल के पास कुछ मेडिकल स्टोर को छोड़कर चारों ओर सन्नाटा पसरा रहा। सुबह नौ बजे एसडीएम उत्कर्ष श्रीवास्तव, पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश चंद्र पाण्डेय, खंड विकास अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश श्रीवास्तव, नगर पंचायत के वरिष्ठ लिपिक हसन ताकीब सहित पुलिस फोर्स चौराहे के पास पहुंच गई। थोड़ी देर में नपं कर्मचारी फायर की गाड़ी के साथ पहुंचे। फिर शुरू हुआ सैनिटाइज्ड कराने का कार्य। मुख्य चौराहा, सरकारी अस्पताल, तहसील कार्यालय, ब्लाक कार्यालय के अलावा चौराहे के चारों प्रमुख मार्ग पर कर्मचारी छिड़काव में लगे दिखाई दिए। जहां गाड़ी नहीं पहुंचती, वहां कर्मी छोटी मशीन से फागिग करने में जुटे रहे। यहां के बाद फायर टेंडर महादेव घुरहू व फिर बिस्कोहर गया, वहां भी प्रमुख स्थानों को सैनिटाइज्ड किया गया।

एसडीएम उत्कर्ष श्रीवास्तव ने कहा कि वीकेंड लाकडाउन था, इसलिए सभी जगहों को सैनिटाइज्ड कराया गया। ब्लाक पर नामांकन से जुड़ी प्रक्रिया चलती रही, बाकी सबकुछ बंद रहा। उन्होंने नागरिकों से कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सतर्कता बरतने की अपील की।


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