बरगद की महत्ता से परिचित हुए जवान
दैनिक जागरण के अभियान आओ रोपें बरगद में गुरुवार भवानीगंज थाने ने सहभागिता निभाते हुए परिसर में छह वट पौधों की रोपाई की। एसएचओ ने कहा कि जिस वट वृक्ष में देवताओं का स्थान हो वह कितना पावन होगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है। बरगद का वृक्ष भरपूर छाया के साथ आक्सीजन सर्वाधिक छोड़ता है इसलिए इसे रोपना बहुत बड़ा पुण्य है।
सिद्धार्थनगर : दैनिक जागरण के अभियान आओ रोपें बरगद में गुरुवार भवानीगंज थाने ने सहभागिता निभाते हुए परिसर में छह वट पौधों की रोपाई की। एसएचओ ने कहा कि जिस वट वृक्ष में देवताओं का स्थान हो वह कितना पावन होगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है। बरगद का वृक्ष भरपूर छाया के साथ आक्सीजन सर्वाधिक छोड़ता है, इसलिए इसे रोपना बहुत बड़ा पुण्य है।
एसओ रवींद्र कुमार सिंह ने सुबह ही जवानों से बरगद का पौधा डुमरियागंज से आर्डर पर खरीदकर मंगवाया, और परिसर में उसे जगह- जगह रोपित कराया। जवानों को इस पौधे की विशेषता और इसके आयुर्वेदिक गुणों की जानकारी भी दी। कहा कि इसके पत्तियों से निकलने वाला दूध तमाम औषधियों को बनाने में प्रयुक्त होता है। ऐसे पौधों को लगाने और उनके संरक्षण पर सभी को विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे पौधे लोगों को आसानी से मिल सके ऐसी व्यवस्था बनाने की जरूरत है। अकाल में भी बरगद का वृक्ष रहता है हरा-भरा सिद्धार्थनगर : सीओ शोहरतगढ़ प्रदीप कुमार यादव ने गुरुवार को थाना परिसर में बरगद के पौधों को लगाया। सर्किल के ढेबरुआ और चिल्हिया के थानेदारों को निर्देशित किया थाना परिसर में बरगद के पौधे रोपित करें। लोगों ने पौधारोपण करने का संकल्प लिया।
सीओ ने कहा कि वट एक दीर्घजीवी वृक्ष है। समय बीतने के साथ यह विशाल हो जाता है। जितना विशाल ही वृक्ष, उतना पर्यावरण के लिए लाभकारी होता है। हिदू परंपरा में इसे पूज्य माना गया है। इसकी छाया सीधे मन को शांति मिलती है। अकाल में भी यह वृक्ष हरा भरा रहता है। पशुओं को इसके पत्ते से भोजन प्राप्त होता हैं। इसका दूसरा नाम अक्षय है। अक्षय का अर्थ होता है जिसका कभी क्षय न हो। इस वृक्ष को मनोरथ वृक्ष अर्थात मोक्ष देने वाला व मनोकामना पूर्ण करने वाला कहा जाता है। थाना परिसर में लगने के बाद वातावरण शुद्ध होगा। एसओ शोहरतगढ़ राजेंद्र बहादुर सिंह, एसओजी प्रभारी जीवन त्रिपाठी, एसआइ महेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे।