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रास्ता बड़ा कठिन है, चलना संभल-संभल के

आजादी के बाद आधा दर्जन ग्राम पंचायतों को पहली बार पक्की सड़क बनने से सहूलियत मिलेगी। विधायक के प्रस्ताव पर शासन ने डेढ़ किमी मार्ग को पिच रोड बनाने के लिए धन अवमुक्त हो गया है। स्वीकृति की खबर मिलने पर क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 09:45 PM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 09:45 PM (IST)
रास्ता बड़ा कठिन है, चलना संभल-संभल के
रास्ता बड़ा कठिन है, चलना संभल-संभल के

सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के बिजवार बढई से पेड़रियाजीत तक जाने वाली पिच की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। पूरे मार्ग में गड्ढे बने हुए हैं। गिट्टियां पूरी तरह से बिखरी हुईं हैं। इस मार्ग पर यात्रा करना बेहद दुष्कर काम है। यात्री आए दिन चोटिल हो रहे हैं। आठ किलोमीटर की दूरी वाले इस मार्ग पर यात्रा करना खतरे से खाली नहीं। मार्ग निर्माण 10 वर्ष पूर्व हुआ था। उद्देश्य पिछड़े क्षेत्रों को मुख्य मार्ग से जोड़ना था। इस मार्ग के ब्लाक के आखिरी गांव वीरपुर को मुख्य मार्ग शाहपुर- सिगार जोत से जोड़ा गया था। अब मार्ग अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। बरसात के दिनों में इन स्थानों की स्थिति बेहद दयनीय हो जाती है। यहां जलभराव की समस्या हल्की बारिश में भी हो जाती है। सड़क जर्जर होने के कारण बिजवार, सेखुई, गोवर्धन, अंदुआ, सिमरा, बनकसिया, तेतरी, बुढि़या टायर सहित दर्जनों गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दीपक, मनोज, तीर्थ, लाल कुमार, सरवर, अलीमुल्लाह, गोविद आदि ने मार्ग के मरम्मत की मांग की है। सहायक अभियंता व्यास मुनि सिंह ने बताया कि मार्ग के मरम्मत का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। धन स्वीकृति होते ही कार्य शुरू कराया जाएगा।

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सात दशक बाद बनेगी सड़क, ग्रामीणों में हर्ष

आजादी के बाद आधा दर्जन ग्राम पंचायतों को पहली बार पक्की सड़क बनने से सहूलियत मिलेगी। विधायक के प्रस्ताव पर शासन ने डेढ़ किमी मार्ग को पिच रोड बनाने के लिए धन अवमुक्त हो गया है। स्वीकृति की खबर मिलने पर क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है।

तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत टड़वा, गरदहिया, महतिनियां, नवलपुर, तेनुआ आदि ग्राम पंचायतों तक जाने के लिए पक्की सड़क का अभाव लंबे वक्त से बना हुआ था। बरसात के मौसम में उक्त ग्राम पंचायतों तक पहुंचने में लोगों को काफी परेशानी होती थी, क्योंकि मार्ग पर जलजमाव हो जाता था। ऐसे मौसम में गांव का कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो एंबुलेंस के पहुंचने में भी दिक्कत होती थी। पूर्व विधायक तौफीक अहमद पहली बार विधायक बने तो इस मार्ग पर मिट्टी पड़ी। दूसरे कार्यकाल में खड़ंजा लगाया गया। लेकिन इसके बाद मार्ग उपेक्षित रहा। विधायक के प्रयास से इस मार्ग के लिए 10. 51 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। क्षेत्र के सद्दाम, मुनीर, बबलू, दीपनारायण पांडेय, लक्ष्मीनारायण, विनोद कुमार आदि ने विधायक को धन्यवाद ज्ञापित किया। अधिशासी अभियंता लोनिवि बांसी राजेश कुमार ने कहा कि प्रथम किस्त मिल चुकी है। शीघ्र निर्माण प्रारंभ करा दिया जाएगा।


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