Move to Jagran APP

घटनास्थल पर पहुंची जांच टीम, किया रिक्रिएशन

न्यायालय के निर्देश पर शिक्षिका अंजली यादव हत्याकांड की नए सिरे से विवेचना शुरू हो गई। विवेचक एसओ शोहरतगढ़ वेद प्रकाश श्रीवास्तव व एसओजी प्रभारी जीवन त्रिपाठी शनिवार को मोहाना थाना के बाजार में स्थित उस मकान पर पहुंचे जहां 21 मई 2019 को जालौन के थाना कठौद के हुसेपुरा सुरई गांव निवासी अंजली यादव की जलकर मौत हुई थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 10:42 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 10:42 PM (IST)
घटनास्थल पर पहुंची जांच टीम, किया रिक्रिएशन
घटनास्थल पर पहुंची जांच टीम, किया रिक्रिएशन

सिद्धार्थनगर : न्यायालय के निर्देश पर शिक्षिका अंजली यादव हत्याकांड की नए सिरे से विवेचना शुरू हो गई। विवेचक एसओ शोहरतगढ़ वेद प्रकाश श्रीवास्तव व एसओजी प्रभारी जीवन त्रिपाठी शनिवार को मोहाना थाना के बाजार में स्थित उस मकान पर पहुंचे, जहां 21 मई 2019 को जालौन के थाना कठौद के हुसेपुरा सुरई गांव निवासी अंजली यादव की जलकर मौत हुई थी। यहां शव का डमी बनाकर घटना का रिक्रिएशन भी किया। मकान मालिक के परिवार के सभी सदस्यों से अकेले में बयान लिया। इनका वीडियो भी बनाया। सबसे पहले दरवाजा तोड़ने वाले शख्स के संबंध में गहनता से पूछताछ की। मोहाना थाना पुलिस को उसे बुलाने के लिए कहा है। बर्डपुर बाजार स्थित उस मकान में भी टीम पहुंची, जहां वह तीन माह पूर्व बतौर किरायेदार रह रही थी। यहां पर शिक्षिका के एक खास नजदीकी से करीब एक घंटे तक पूछताछ की।

loksabha election banner

30 मार्च 2021 को तत्कालीन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रेप एंड पाक्सो संजय चौधरी की अदालत ने कहा था कि शिक्षिका अंजली यादव ने आत्महत्या नहीं की थी। हत्या होने का संदेह भी व्यक्त किया था। कहा था कि पुलिस ने आत्महत्या से संबंधित कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं उपलब्ध कराया, जिससे यह साबित हो कि शिक्षिका ने स्वयं जान दी है। केस डायरी के अनुसार आरोपित राजेश कुमार यादव पर दुष्कर्म से संबंधित आरोप में मुकदमा चलाने का पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध है लेकिन आत्महत्या के लिए उकसाने के संबंध में नहीं। यदि हत्या है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार है। इस संबंध में निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए विवेचनाधिकारी ने पर्याप्त ध्यान नहीं दिया। ऐसे में पुलिस अधीक्षक नए सिरे से मामले की विवेचना शुरू करके हत्या के बिदु पर जांच कराएं। अगर पुलिस यह नहीं करती है तो उच्चतम न्यायालय की विधि व्यवस्था से प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए न्यायालय अग्रिम विवेचना के लिए आदेश पारित करेगी।

पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने कहा कि न्यायालय की ओर से मिले विवेचना के संबंध में दिशानिर्देशों का सौ प्रतिशत अनुपालन किया जाएगा। नए सिरे से मामले की जांच शुरू कराई गई है। विवेचक के रूप में एसओ शोहरतगढ़ को नियुक्त किया गया है। इनके सहयोग में एसओजी प्रभारी को लगाया गया है जो दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.