स्कूल तक कच्ची डगर ऊपर से शौचालय जर्जर
परिषदीय विद्यालय की अव्यवस्था दूर होने का नाम नहीं ले रही है। शासन सरकारी स्कूलों को कांवेंट स्कूलों की तर्ज पर लाने की सोच रहा पर विभाग के जिम्मेदार अपने शिथिल रवैए से इसे दिन -ब-दिन लचर बनाने पर आमादा हैं।
सिद्धार्थनगर : परिषदीय विद्यालय की अव्यवस्था दूर होने का नाम नहीं ले रही है। शासन सरकारी स्कूलों को कांवेंट स्कूलों की तर्ज पर लाने की सोच रहा पर विभाग के जिम्मेदार अपने शिथिल रवैए से इसे दिन -ब-दिन लचर बनाने पर आमादा हैं। कई विद्यालय तो ऐसे हैं जहां तक पहुंचने के लिए संपर्क मार्ग तक नहीं है। किसी तरह बच्चे स्कूल पहुंच भी जाएं तो वहां जर्जर व्यवस्था से उन्हें परेशानी का ही सामना करना पड़ता है।
खेसरहा विकास खंड के ग्राम पंचायत मुडेहरा के टोला प्रतापपुर में स्थापित पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय को लिया जा सकता है। विद्यालय तक पहुंचने के पगडंडी का सहारा बच्चे लेते हैं। स्कूल में पहुंचने के बाद भी उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर बना शौचालय जर्जर हो धराशायी होने की प्रतिक्षा कर रहा है। विद्यालय की बाउंड्री वाल टूट चुकी है। परिसर में लगा इंडिया मार्का हैंडपंप भी दूषित जल दे रहा है। मार्ग न होने से आए दिन बच्चे गिरते हैं और कपडे़ व कापी किताब भींग जाती है। अध्यापक भी अपनी मोटर साइकिल को गांव में खड़ी कर विद्यालय तक पहुंचते है। प्रधानाध्यापक संजीव कुमार का कहना है कि इन सभी समस्याओं से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। पर अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है। वैसे ग्राम प्रधान ने बरसात के बाद बाउंड्री वाल को बनवाने के लिए कहा है।