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..ताकि बेटियों को मिले बेदाग जिदगी

सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से एक ऐसा युवक प्रभावित हुआ है जो गांव की बेटियों को देह व्यापार के दलदल से निकालकर समाज के मुख्यधारा में लाना चाहता है। इसके लिए उसने थाना से लेकर मानवाधिकार और शासन तक गुहार लगा चुका है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 11:25 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 05:09 AM (IST)
..ताकि बेटियों को मिले बेदाग जिदगी
..ताकि बेटियों को मिले बेदाग जिदगी

सिद्धार्थनगर: सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से एक ऐसा युवक प्रभावित हुआ है, जो गांव की बेटियों को देह व्यापार के दलदल से निकालकर समाज के मुख्यधारा में लाना चाहता है। इसके लिए उसने थाना से लेकर मानवाधिकार और शासन तक गुहार लगा चुका है। इसकी फरियाद सुनकर जिला प्रशासन ने भी कवायद शुरू कर दी है। डीएम ने इसकी जिम्मेदारी सीओ डुमरियागंज और एसडीएम इटवा को सौंपी है।

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यह नौजवान इटवा तहसील क्षेत्र के बिस्कोहर के एक टोला का राजा है। उसके बाप का पता नहीं है, लेकिन टोले की बेटियां कैसे सुरक्षित रहेंगी। इसके लिए उसने लड़ाई शुरू कर दी है और आखिरी दम तक लड़ने का एलान कर दिया है। इस युवक का परिवार भी पहले इस धंधे में था, जो अब छोड़ चुका है। राजा से प्रभावित होकर 45 में नौ परिवार के लोग यह धंधा छोड़ चुके हैं। आटो और पिकअप चलाकर युवा अपने परिवार की जीविका चला रहे हैं। राजा खुद अब पड़ोस के जनपद बलरामपुर में एक दुकान पर मानदेय पर नौकरी करता है। वह कहता है कि उसकी कोई जाति नहीं है। उसकी तीन बेटियां हैं। घर ऐसे लोगों के बीच में है, जहां आजू-बाजू सिर्फ धंधा ही चलता है। इसके चलते उसकी मां-पत्नी-बेटियों पर संकट गहरा गया है। धंधे को बंद कराने के लिए कई बार प्रयास किया, लेकिन मेरे फरियाद की फाइलें दरकिनार कर दी जाती हैं। बदनामी के डर से गांव की बेटियों की शादी नहीं हो पा रही है। बेटियों की पढ़ाई नहीं हो पाती है। इनकी बेदाग जिदगी के लिए आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा। पुलिस अधीक्षक से मिलकर राजा ने अपने जान का खतरा बताया है। कहा है कि देह व्यापार समाप्त करने के लिए उसने लड़ाई शुरू की है। जिन लोगों के खिलाफ मेरे द्वारा शासन तक शिकायत की गई है, वह शिकायती पत्र वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। वे यह धंधा नहीं छोड़ना चाहते हैं। बेटियां इस धंधे से निकलना चाहती हैं, लेकिन जब भी कोई जांच अधिकारी यहां आता है,घर की महिलाएं बेटियों को छिपा देती हैं। डीएम दीपक राणा ने कहा कि इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए युवक मुझसे भी मिल चुका है। ऐसे परिवारों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए मेरे स्तर से जो भी, जितना भी हो सकेगा करूंगा। इसके लिए पुलिस के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी की जाएगी। पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष सिंह ने कहाकि मुझे जानकारी नहीं थी कि बिस्कोहर के एक टोले में देह व्यापार का धंधा चल रहा है। युवक ने अपनी पीड़ा बताई है। मैं जल्द ही गांव का निरीक्षण कर इस समाजिक बुराई को दूर करने का पूरा प्रयास करुंगा। युवक की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा।


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