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पुलिस के कंधों पर बांधों की सुरक्षा

मानसून का समय नजदीक आ रहा है। इसमें एक माह से कम समय शेष रह गया है। नेपाल की तराई में जिला स्थित होने के कारण मानसून के समय हमेशा यहां बाढ़ की आशंका बनी रहती है। अब संभावित बाढ़ को लेकर प्रशासन व पुलिस विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। संवेदनशील बांध को चिन्हित करने के लिए थानों को निर्देशित किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 10:48 PM (IST)
पुलिस के कंधों पर बांधों की सुरक्षा
पुलिस के कंधों पर बांधों की सुरक्षा

सिद्धार्थनगर : मानसून का समय नजदीक आ रहा है। इसमें एक माह से कम समय शेष रह गया है। नेपाल की तराई में जिला स्थित होने के कारण मानसून के समय हमेशा यहां बाढ़ की आशंका बनी रहती है। अब संभावित बाढ़ को लेकर प्रशासन व पुलिस विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। संवेदनशील बांध को चिन्हित करने के लिए थानों को निर्देशित किया गया है। बाढ़ पीड़ितों के बचाव के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा। बाढ़ चौकी व शरणालय में जवानों को ड्यूटी लगेगी। पुलिस व सिचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी समन्वय स्थापित कर राहत कार्य में लगेंगे। सभी थाना से उनके क्षेत्र में पड़ने वाले बांध की सूची मांगी है। किस थाना क्षेत्र में कितने संवेदनशील गांव हैं, जहां प्रत्येक वर्ष बाढ़ की संभावना बनी रहती है, इसकी भी जानकारी मांगी है।

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संभावित बाढ़ को लेकर पुलिस विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। जनपद के छह थाना क्षेत्र में 16 ऐसे गांव हैं, जिनमें प्रत्येक वर्ष बाढ़ का पानी प्रवेश करता हैं। इसमें सबसे संवेदनशील ढेबरुआ थाना क्षेत्र के खैरी शीतल प्रसाद को माना गया है। यह गांव तीन ओर से नदी व पहाड़ी नाला से घिरा है। दूसरे संवेदनशील गांव के रूप में मिश्रौलिया गांव के नवेल को चिन्हित किया गया है। इस गांव के पास बांध दो बार कट चुका है। पुलिस विभाग ने बाढ़ बचाव से संबंधित उपकरण एकत्र करना शुरू कर दिया है। अधिशासी अभियंता ड्रेनेज खंड आरके नेहरा ने बताया कि संभावित बाढ़ को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। बांधों की निगरानी शुरू कर दी गई है।

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454 किमी लंबाई के हैं 39 बांध

सिचाई विभाग के दो डिवीजन स्थापित है। ड्रेनेज खंड में 157.87 किमी लंबाई के 17 बांध हैं। यह बांध कूड़ा, घोघी, बानगंगा, बूढ़ी राप्ती नदी, तेलार, जमुआर और बुद्धियार पहाड़ी नाला के तटबंध पर बनाया गया है। इसमें कूड़ा नदी का महदेवा-उसका बाजार बांध अभी निर्माणाधीन है। सिचाई निर्माण खंड की 296.74 किमी लंबाई के 22 बांध हैं। यह बांध बूढ़ी राप्ती व राप्ती नदी के तटबंध पर स्थित है।

एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि संभावित बाढ़ को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में है। जवानों को तैयार रहने के लिए निर्देशित किया गया है। बाढ़ में बचाव के दौरान जीवन रक्षक उपकरण भी उपलब्ध कराया जाएगा। पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा। संवेदनशील बांध व गांव को चिन्हित करने के लिए सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं।


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