हादसे की वजह बन सकते हैं सड़क किनारे के ट्रांसफार्मर
बिस्कोहर तिराहे व स्टेट बैंक के पास खुले में रखा है विद्युत ट्रांसफार्मर
सिद्धार्थनगर :नगर पंचायत बिस्कोहर मुख्यालय पर खुले में रखा विद्युत ट्रांसफार्मर कभी भी हादसे की वजह बन सकते हैं। आबादी में यदि सड़क किनारे ट्रांसफार्मर रखे भी जाते हैं, तो विभाग सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी कदम उठाता है और उसके चारों बैरीकेडिग कराता है। परंतु यहां विभागीय अधिकारी कोई सतर्कता नहीं बरत रहे हैं। जिसके कारण हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
बिस्कोहर तिराहे व स्टेट बैंक के पास ट्रांसफार्मर खुले में रखा है। चूंकि आवागमन की दृष्टि से उक्त दोनों जगहों पर मुख्य रास्ता है और अगल-बगल दुकानें हैं। इसलिए ट्रांसफार्मर के पास हर समय लोगों का आना-जाना लगा रहता है। बेसहारा पशु भी ट्रांसफार्मर के पास घूमते रहते हैं, इसके चबूतरे पर अपना सिर भी रगड़ते हैं। कभी-कभी ट्रांसफार्मर से तेज आवाज के साथ चिगारी निकलती है तो भगदड़ सी मच जाती है।
अनूप कुमार व रामदेव ने कहा कि खुले में ट्रांसफार्मर से सदैव खतरा बना रहता है, दुकानदारों एवं राहगीरों में दहशत छाई रहती है, मगर जिम्मेदारों का रवैया उदासीन बना हुआ है। बृजेश व भोला ने कहा कि यदि गंभीरता पूर्वक ध्यान नहीं दिया गया तो किसी भी समय कोई दुर्घटना हो सकती है। पप्पू, महेश कुमार, राजू ने उच्चाधिकारियों से सुरक्षा के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
कठौतिया सब स्टेशन के अवर अभियंता संतोष कुमार ने कहा कि पता कराते हैं, फिर ट्रांसफार्मर के पास बैरीकेडिग के लिए जो जरूरी कार्यवाही होगी, वह की जाएगी। गांव में ढीले तारों के संजाल से दुर्घटना की आशंका
सिद्धार्थनगर: विद्युत महकमा बकाया वसूली में उपभोक्ताओं पर सख्ती बरतने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ता, लेकिन जब सुविधा देने की बात आती है तो फिसड्डी साबित होता है। क्षेत्र के परसा हुसेन गांव में एलटी लाइन के तार इतने ढ़ीले हैं, कि कुछ घरों के लोग अनहोनी के डर से छत पर चढ़ना छोड़ चुके हैं। तार अक्सर टूटकर गिरते रहते हैं जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
विद्युत वितरण उपखंड डुमरियागंज के कुंडी फीडर के परसा हुसेन गांव में करीब छह वर्ष पूर्व विभाग ने पोल व जर्जर तार बदलवाए। जो नियमित देखरेख न होने के चलते कुछ ही वर्षों में इतने जर्जर हो गए हैं कि ट्रांसफार्मर के पास ही आए दिन टूटकर गिर रहे हैं। जर्जर तारों के चलते लोगों को नियमित विद्युत आपूर्ति भी नहीं मिलती। तार इतने ढ़ीले हो गए हैं कि गांव के पूर्वी हिस्से में घर की छतों के करीब तक पहुंच चुके हैं। गांव के जुबेर अहमद के घर के सामने तो जमीन छूने को आतुर एलटी लाइन को बल्ली के सहारे ऊपर उठाया गया है। आबादी घनी होने के कारण ग्रामीणों में तार ढ़ीले व टूटने को लेकर भय व्याप्त है। ग्रामीण शाहिद हुसैन, लल्लन, किस्मत, वीरेंद्र, अजीज अहमद, नाउल्लाह, मैराज अहमद आदि ने जर्जर तारों को बदलवाने व कसे जाने की मांग की है। अधिशासी अभियंता राम मूरत ने कहा ढीले तारों की जानकारी नहीं थी। शीघ्र ही ढीले तारों को सही करवाया जाएगा।