आधा-अधूरा काम छोड़कर जिम्मेदार गायब
यूपी सिडको से बनने वाली सड़कों में मानक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। आधी-अधूरी सड़क निर्माण करके पिछले पांच माह से जिम्मेदार गायब हैं। जागरण की पड़ताल में इसकी कलई खुली है। सड़क निर्माण मानक के विपरीत है। नाली निर्माण भी नहीं कराया गया
सिद्धार्थनगर: यूपी सिडको से बनने वाली सड़कों में मानक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। आधी-अधूरी सड़क निर्माण करके पिछले पांच माह से जिम्मेदार गायब हैं। जागरण की पड़ताल में इसकी कलई खुली है। सड़क निर्माण मानक के विपरीत है। नाली निर्माण भी नहीं कराया गया है। जबकि भुगतान आधा हो चुका है। अब तक 1.77 किलोमीटर सड़क और नाली में महज 400 मीटर ही सड़क निर्माण हो पाया है।
एकीकृत योजना से उसका विकास खंड के ग्राम पंचायत मरवटिया माफी के गांव दैजौली में उक्त सीसी सड़क का निर्माण अप्रैल 2018 से शुरू होकर अप्रैल 2019 तक पूरा होना था। कुल 99 लाख की लागत का काम है। लेकिन मौके पर एक चौथाई भी काम नहीं हो सका है।
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कहां कितना हुआ निर्माण
श्रीराम गिरी के दुकान से दक्षिण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक करीब 200 मीटर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पूरब अनुसूचित बस्ती तक 100 मीटर, छोटक गिरी के घर से पूरब राम उजागिर के घर तक 30 मीटर, संतराम के घर तक 10 मीटर, मुरली के घर से पूरब सेवक के घर तक 20 मीटर, रामवृक्ष के घर तक छह मीटर, जनार्दन पाठक के घर तक छह मीटर और हरिहर के घर तक 20 मीटर। कुल 400 मीटर ही सड़क बनी है।
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क्या कहते हैं ग्रामीण
सड़क निर्माण मानक को ताक पर रख कर किया गया है। वह भी आधा-अधूरा। गांव में ज्यादातर जगहों पर जहां सड़क बननी थी, वहां निर्माण कार्य नहीं हुआ।
अनिल सिंह,पूर्व प्रधान
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सड़क निर्माण नारद पाठक के खेत के सामने से मिनी सचिवालय तक, भगवान बुद्ध के स्थान से पश्चिम जूनियर हाईस्कूल तक होना था। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
लवकुश, प्रधान
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सड़क निर्माण लगभग दो माह तक रुक रुक कर कराया गया है। ठेकेदारों से जब विरोध किया गया तब उन लोगों ने कहा कि अभी पैसा नहीं मिला है।
उपेंद्र सहानी
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सड़क निर्माण का कार्य अगर मानक अनुरूप हुआ होता तो ग्रामीणों को लाभ मिलता। सड़क निर्माण में केवल खानापूर्ति हुई। नाली का निर्माण भी नहीं कराया गया। पांच माह से काम ठप है।
संजय सिंह
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यूपी सिडको से बनने वाली सड़कों की जांच की जाएगी। आधा पैसे का भुगतान हुआ है तो आधा काम भी दिखना चाहिए। जिम्मेदारों से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
हर्षिता माथुर
सीडीओ, सिद्धार्थनगर