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सीमा विवाद हल करने पहुंची राजस्व टीम बैरंग लौटी

उतरौला तहसील के परसौना गांव के बीच चल रहा सीमा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आये दिन दोनों जिलों के राजस्व टीम का आना और वापस बैरंग बिना किसी निष्कर्ष लौट जाना आम बात हो गई है। इससे सबसे अधिक हलकान पुलिस व स्थानीय लोग होते हैं। इसी मामले को हल करने के लिए गुरुवार की दोपहर एक बार फिर से दोनों जिलों की राजस्व व पुलिस टीम खंता गांव में पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Dec 2020 11:31 PM (IST)Updated: Thu, 10 Dec 2020 11:31 PM (IST)
सीमा विवाद हल करने पहुंची राजस्व टीम बैरंग लौटी
सीमा विवाद हल करने पहुंची राजस्व टीम बैरंग लौटी

सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज तहसील के जुड़ीकुइया, भाग नगर, बेतनार एहतमाली, खंता, जमाल जोत व दूसरी ओर से बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील के परसौना गांव के बीच चल रहा सीमा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आये दिन दोनों जिलों के राजस्व टीम का आना और वापस बैरंग बिना किसी निष्कर्ष लौट जाना आम बात हो गई है। इससे सबसे अधिक हलकान पुलिस व स्थानीय लोग होते हैं। इसी मामले को हल करने के लिए गुरुवार की दोपहर एक बार फिर से दोनों जिलों की राजस्व व पुलिस टीम खंता गांव में पहुंची। कुछ कदम जरीब चलाकर अपने कार्यो की इतिश्री कर वापस लौट गयी। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अमले पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिम्मेदार चाहते ही नहीं कि हमारी जमीन का विवाद खत्म हो। इस समय लगन व खेती का समय चल रहा है। लेकिन इसी जमीनी के विवाद की वजह से आये दिन हो रहे बवाल के चलते रोज अपना काम धाम छोड़ रोज प्रशासन के चक्कर लगाना आमबात हो चुकी है। जूड़ीकुइया प्रधान तौलेश्वर तिवारी,अजय प्रताप ओझा , नंदू तिवारी, दूधनाथ, जाकिर अहमद, प्रदीप मिश्रा का कहना है कि पड़ोसी जनपद के परसौना निवासी राधेश्याम वर्मा जबरन हम सभी की जमीन पर कब्जा करना चाह रहे हैं, जबकि इस जमीन पर पूर्वजों के जमाने से हमारा कब्जा है। वही पड़ोसी जनपद बलरामपुर के परसौना निवासी राधेश्याम वर्मा का कहना है कि हमें किसी की जमीन से कोई मतलब नहीं है। हमें बस हमारी जमीन मिल जाय। डुमरियागंज तहसील के कानूनगो ताहिर परवेज,चौकी प्रभारी बिजौरा अवधेश कुमार सिंह,लेखपाल रामकुबेर यादव, दीपक मौर्य आदि व बलरामपुर जनपद से कानूनगो रमेश चंद, लेखपाल सुरेश यादव, बृजेश सिंह, अरुण श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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राप्ती की कटान से खड़ा हुआ सीमा विवाद का संकट

स्थानीय लोगों के अनुसार पड़ोसी जनपद व सिद्धार्थनगर के बीच चल रहा सीमा विवाद का मुख्य कारण राप्ती नदी की कटान है। कभी यही नदी बलरामपुर में तो कभी सिद्धार्थनगर में बहने लगती है। यदि इस पर कोई ठोस इंतजाम होता तो शायद यह नौबत न आती।

तहसीलदार राजेश प्रताप सिंह ने कहा कि डुमरियागंज तहसील की पूरी टीम समय से मौजूद रहीं, वहीं बलरामपुर जनपद का परसौना गांव जो कि चकबंदी प्रक्रिया में है। वहां का कोई चकबंदी कर्मी अभिलेखों के साथ मौजूद नहीं हुआ। जो राजस्व टीम पहुंची भी वह देरी से आई। जिसके चलते समयाभाव के चलते पैमाइश पूर्ण नहीं हो सकी।


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