आवास योजना के पात्रों से हो रही है वसूली
सिद्धार्थनगर: नगर पंचायत क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत न सिर्फ अपात्रों को लाभ दिया जा रहा है, बल्कि योजना का लाभ देने के नाम पर जेई और लेखपाल मनमानी वसूली कर रहे हैं। मामले की शिकायत बनगवा नानकार निवासी सतीश चंद्र द्विवेदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी तक की है। आरोप है कि योजना का लाभ देने के लिए पंजीयन से लेकर सत्यापन और किश्तों के आने पर धनउगाही की जा रही है। स्थानीय स्तर पर शिकायत के बाद भी जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं।
सरकार की मंशा है कि जिनके पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं है उन्हें आवास योजना का लाभ प्रदान किया जाए, लेकिन स्थिति यह है कि पात्र लाभ प्राप्त करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, वहीं अपात्र जिनके पास दो- दो मंजिले का मकान, लग्जरी वाहन हैं उन्हें भी योजना का लाभ दिया जा रहा है। सारा खेल नगर पंचायत के जेई और लेखपाल दलालों के माध्यम से खेल रहे हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि नवसृजित नगर पंचायत बढ़नीचाफा में यह स्थिति महीनों से बनी हुई है। डुमरियागंज और भारतभारी में भी यही हाल है। जांच और सत्यापन के नाम पर लेखपाल पांच से दस हजार रुपया ले रहे हैं तो जेई पहली किश्त आने पर 15 हजार तो दूसरी किश्त पर 10 हजार रुपया ले रहे हैं। अगर किसी ने पहली किश्त मिलने पर रकम देने से मना कर दिया तो तैयार हो रहे भवन की फोटो अपडेट नहीं की जाती और दूसरी किश्त रुक जाती है।
--
पात्रों की सूची नगर पंचायत व तहसील कार्यालय से होकर आती है। पात्र और अपात्र का निर्धारण वहीं से होता है। फिर भी शिकायत की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
राम सजीवन, उप प्रबंधक डूडा