दो चिकित्सक सहित पांच स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई की संस्तुति
जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने वालों पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने सख्त कदम उठाया है।
सिद्धार्थनगर: जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने वालों पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने सख्त कदम उठाया है। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संदीप चौधरी की रिपोर्ट पर दो चिकित्सकों सहित पांच स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को पत्र लिखा है। आरोपित स्वास्थ्य कर्मी शासकीय कार्यो में घोर लापरवाही और अपने कार्य में शिथिलता बरतने के दोषी पाए गए हैं। जिस पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है।
दरअसल मंगलवार की सुबह कोरोना से संक्रमित एक स्वास्थ्य कर्मी, एक शिक्षिका एवं दो अन्य की मौत जिला अस्पताल में हो गई। आरोप है कि उन्हें समय से आक्सीजन उपलब्ध नहीं कराए जा सके। इन मरीजों की मौत गंभीर अवस्था, सांस में तकलीफ एवं हृदय गति रुक जाने से हुई। सीएमओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तीन मई को रात्रि कालीन पाली में तैनात एलटू फैसिलिटी एमसीएच विग में भर्ती मरीजों, जो कि आक्सीजन पर थे। इनकी देखरेख गंभीरता पूर्वक नहीं की गई। जिससे चार मरीजों की मौत हो गई। उस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चेस्ट रोग विशेषज्ञ डा. शैलेष कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नउवागांव के चिकित्साधिकारी डा. प्रदीप कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोहरतगढ़ की स्टाफ नर्स कल्पना गुप्ता, जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स पूजा भारती और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसूलपुर डुमरियागंज के वार्ड ब्वाय छोटू की ड्यूटी थी। इन पांचों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति डीएम ने शासन को की है। इस मामले में पूछे जाने पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि सीएमओ से जांच कराई गई थी, जिसमें दो चिकित्सक सहित पांच स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही सामने आई है। सभी के बारे में कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति की गई है। कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को कार्य के प्रति पूरी ईमानदारी बरतनी चाहिए थी।