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प्रधानी लड़ने की चाहत, लेकिन मतदाता सूची से नाम गायब

ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने का मंसूबा पर पानी फिर रहा है। लेकिन कई ऐसे हैं जिनका नाम मतदाता सूची से गायब है। यह संभावित उम्मीदवार दिन में विकास भवन का चक्कर काट रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 12:41 AM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 12:41 AM (IST)
प्रधानी लड़ने की चाहत, लेकिन मतदाता सूची से नाम गायब
प्रधानी लड़ने की चाहत, लेकिन मतदाता सूची से नाम गायब

सिद्धार्थनगर : ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने का मंसूबा पर पानी फिर रहा है। लेकिन कई ऐसे हैं जिनका नाम मतदाता सूची से गायब है। यह संभावित उम्मीदवार दिन में विकास भवन का चक्कर काट रहे हैं। रात को गांव व क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं। सूची में अपना नाम जोड़वाने के लिए जुगाड़ लगा रहे हैं। आरोप भी लगा रहे हैं कि विरोधी खेमा ने बीएलओ के साथ मिलीभगत करके नाम कटवा दिया। कलेक्ट्रेट व विकास भवन के शिकायत प्रकोष्ठ में शुक्रवार तक 218 शिकायत पहुंची है।

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बर्डपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत बर्डपुर नंबर 11 के टोला बरगदही निवासी दीपेंद्र कुमार चौधरी व स्वजन का नाम मतदाता सूची में नहीं है। वह ग्राम प्रधान पद पर चुनाव लड़ने के लिए काफी समय से दावेदारी कर रहे हैं। दीपेंद्र चौधरी का कहना है कि गांव में उनका पुराना मकान है। जिसमें परिवार के साथ रहते हैं। लेकिन साजिश के तहत सूची से नाम काट दिया गया है। अधिकारियों ने नाम दर्ज करने के लिए बीएलओ को निर्देशित किया है। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।

खेसरहा ब्लाक के ग्राम पंचायत मदुआपुर निवासी अभिषेक सिंह का नाम मतदाता सूची में नहीं है। यह गांव में स्थित पुश्तैनी मकान में रहते हैं और ग्राम प्रधान पद के दावेदार हैं। सूची में नाम दर्ज कराने के लिए रोजाना करीब 50 किमी चलकर कलेक्ट्रेट पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने भी नाम दर्ज करने के लिए बीएलओ को निर्देशित किया है। लेकिन इसके बाद भी नाम सूची में नहीं दर्ज किया जा रहा है। अब इन्होंने निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया है। जिला पंचायत आरक्षण पर आपत्ति

जोगिया व उसका बाजार ब्लाक क्षेत्र को मिला बने जिला पंचायत के वार्ड नंबर 39 पर एक दिन में पांच आपत्ति पहुंची। प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस प्रदीप ठकुराई के साथ मधवापुर चोरई निवासी राम भरोसे चौहान, ग्राम पंचायत परसा सुकुरुल्लाह निवासी राममिलन चौधरी, वंदना चौबे, अर्जुन लोधी, रामभरोसे चौहान, जेपी सिंह विद्यार्थी आदि ने आरक्षण प्रक्रिया में मनमानी करने की बात कही। आरोप लगाया कि वर्ष 1995 में वार्ड अनुसूचित जाति, 2000 में अन्य पिछड़ा वर्ग, 2005 में अनुसूचित जाति महिला, 2010 में अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, 2015 में अनुसूचित जाति के आरक्षित रही। वर्तमान आरक्षण में इस वार्ड को अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित किया गया है।

सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी हरि चरण लाल पटेल ने कहा कि

मतदाता सूची में नाम छूटने की शिकायत मिल रही है। शिकायतों को संज्ञान में लेने के बाद संबंधित बीडीओ को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। बीएलओ को निर्देश जारी किया गया है कि वह मतदाता सूची का मिलान कर लें। छूटे नाम को दर्ज किया जा रहा है।


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