आबकारी विभाग को छका रहे भेदिए
कची के धंधे से महकमा परेशान है। आबकारी विभाग को पुलिस के भेदिए छका रहे हैं। टीम जब भी अवैध धंधेबाजों के खिलाफ छापेमारी करती है भेदिए उन्हें खबर कर देते हैं। धंधेबाजों को मौके से भाग जाने के कारण एक भी धधेबाज टीम के हाथ नहीं आते।
सिद्धार्थनगर : कच्ची के धंधे से महकमा परेशान है। आबकारी विभाग को पुलिस के भेदिए छका रहे हैं। टीम जब भी अवैध धंधेबाजों के खिलाफ छापेमारी करती है, भेदिए उन्हें खबर कर देते हैं। धंधेबाजों को मौके से भाग जाने के कारण एक भी धधेबाज टीम के हाथ नहीं आते।
जिले के मिश्रौलिया, बांसी, ढेबरुआ थाना क्षेत्र में अवैध शराब बनाने का धंधा जोरों पर है। जनवरी से अब तक 43256 लीटर कच्ची बरामद किया जा चुका है। आबकारी विभाग ने छापेमारी में 1590 लीटर कच्ची बरामद किया है। विभाग छापेमारी अधिक कर रहा है, जबकि कच्ची की बरामदगी कम हो रही है। कई बार तो धंधेबाजों तक छापेमारी की सूचना पहले पहुंच जाती है। थाना में मुकदमा दर्ज होते ही आरोपित को मुचलके पर छोड़ दिया जाता है। सच्चाई यह भी है कि आबकारी व पुलिस विभाग ने पकड़ी गई किसी भी कच्ची की जांच करने के लिए नमूना नहीं लिया। पुलिस विभाग ने एक जनवरी 2021 से अब तक अवैध शराब के 667 मामले दर्ज किए हैं। 668 आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की। करीब 13600 हजार लीटर अंग्रेजी, 29656 लीटर कच्ची बरामद किया है। 43 क्विंटल लहन नष्ट किया गया। कच्ची बनाने की 38 अवैध भट्टियां तोड़ी गई। वर्ष 2015 में मिश्रौलिया थाना के धोबही व 2016 में ओदनाताल गांव में मिलावटी कच्ची का सेवन करने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। कच्ची के अवैध धंधेबाज शराब बनाने में यूरिया, अमोनिया क्लोराइड, नौसादर, फिटकरी का प्रयोग धड़ल्ले से करते हैं। पुलिस विभाग का दावा है कि छह माह में हुई कार्रवाई में गिने चुने अभियान में ही आबकारी विभाग की टीम ने हिस्सा लिया।
आबकारी विभाग ने भी 948 स्थानों पर छापेमारी
आबकारी विभाग ने अप्रैल से अब तक 948 बार छापेमारी की। इस दौरान 1590 लीटर कच्ची बरामद किया। विभाग की ओर से प्रत्येक दिन छापेमारी कर रही है।
जिला आबकारी अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अवैध शराब के धंधे रोकने के लिए विभाग व पुलिस संयुक्त तौर पर छापेमारी करती है। लगातार अभियान चल रहा है। धंधे पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास जारी है। इसमें लिप्त लोगों की धरपकड़ भी की जा रही है।
एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि वैध शराब के धंधे पर अंकुश लगाने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। अब तक बड़ी संख्या में शराब व उसके बनाने में प्रयोग होने वाले सामान को भी पकड़ा गया है। छह माह में 668 आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यदि छापेमारी से पहले धंधेबाजों को सूचना मिल जाती है, तो इसकी गोपनीय जांच कराई जाएगी।