कहीं जागरूकता, कहीं लापरवाही
यातायात माह में विभाग लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है, लेकिन वहीं सड़कों पर तीन-चार सवारी फर्राटा भरते अब भी नजर आ रहे हैं। हेलमेट के लिए अभियान चलाना तो दूर की बात है, वाहनों की सही जांच पड़ताल भी नहीं हो रही
सिद्धार्थनगर: यातायात माह में विभाग लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है, लेकिन वहीं सड़कों पर तीन-चार सवारी फर्राटा भरते अब भी नजर आ रहे हैं। हेलमेट के लिए अभियान चलाना तो दूर की बात है, वाहनों की सही जांच पड़ताल भी नहीं हो रही। जर्जर वाहनों पर तो कोई लगाम नहीं है। जिले में हांफते वाहनों के सहारे लोगों की यात्रा पूरी होती है। कई बार तो ऐसा भी हुआ कि जर्जर वाहन के चलते यात्री दुर्घटना की चपेट में आ गए, बावजूद विभाग जर्जर वाहनों पर कार्रवाई से मुंह फेरे बैठा है।
जिले में दूसरे प्रदेशों से की कंडम बसों से लोग यात्रा करते है। दूसरे प्रदेशों में इन बसों को अनफिट घोषित कर दिया जाता है। वह बसें तहसील क्षेत्र के सुदूर इलाकों में फर्राटा भरती रहती हैं। हैरत की बात यह है कि जिला मुख्यालय पर फिटनेस जांचने की व्यवस्था ही नहीं है। बस्ती व गोरखपुर से वाहनों का फिटनेस प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। यह प्रमाणपत्र छह माह के लिए जारी होता है। लेकिन सक्षम अधिकारी तहसील क्षेत्र में डग्गामार वाहन की जांच करने की कभी जहमत नहीं उठाई। सर्वाधिक बसें इटवा रोड पर संचालित होती है। इटवा-बांसी, बिस्कोहर, डुमरियागंज, बढ़नी रोड पर खटारा बसों के सहारे आज भी लोग सफर कर रहे हैं।
..
रविवार को हुई कार्रवाई
सीट बेल्ट- तीन
काला शीशा- दो
हेलमेट- 22
बिना कागजात- 87
..
मार्ग दुर्घटना में मृत लोगों को दी श्रद्धांजलि सिद्धार्थ तिराहा पर रविवार की शाम कैंडिल जला कर मार्ग दुर्घटना में मृत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस वर्ष हुए विभिन्न मार्ग दुर्घटनाओं में करीब 80 लोगों की मौत हुई है। कैंडिल मार्च में सदर विधायक श्यामधनी राही, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला, प्रवेश कुमार सरोज, सभासद सनवर आदि मौजूद रहे।