मरीजों को शुद्ध जल मयस्सर नहीं
सीएचसी अधीक्षक डा. बीएन चतुर्वेदी ने बताया कि हैंडपंप शीघ्र रिबोर करा दिए जाएंगे।
डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर: सीएचसी में गिने जाने वाले बेवां सीएचसी में पेयजल मरीजों व तीमारदारों को नहीं मयस्सर हो रहा है। कहने के लिए यहां तीन इंडिया मार्क हैंडपंप जरूर लगे हैं, लेकिन तीनों दूषित पानी उगल रहे हैं। गर्मी के दिनों में शीतल जल मुहैया कराने के लिए लगा वाटर कूलर खराब हुआ तो जिम्मेदारों ने उसे ठीक करवाने की जगह वाटर कूलर ही परिसर से हटवा दिया। आने वाले मरीज व तीमारदार बोतल बंद पानी खरीदने अथवा घर से पानी लाने को मजबूर हैं।
तीन सौ ग्राम पंचायत के लोगों को इलाज की सुविधा मुहैया कराने वाली बेवां सीएचसी सुविधाओं की मोहताज है। जिसका खामियाजा यहां इलाज को आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ता है। पेयजल का अस्पताल परिसर में अकाल पड़ा हुआ है। तीन इंडिया मार्क हैंडपंप यहां लगे हैं जिसमें से दो कई महीनों से दूषित जल उगल रहे हैं। एक हैंडपंप ऐसा भी है जिसे चलाकर लोगों के पसीने छूट जाते हैं, लेकिन पानी मुश्किल से निकलता है। गर्मी के दिनों में लोगों को शीतल जल मुहैया कराने का सपना भी यहां चकनाचूर है। परिसर में लगा वाटर कूलर महीनों पहले खराब हुआ तो ठीक कराने की जगह उसे ही हटा दिया गया। रमेश कुमार, अली रजा, मो. सलमान, सरफराज आदि का कहना है कि यहां आने वाले लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ता है।