मानक के विपरीत बन रहा पंचायत भवन
भवन में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग
सिद्धार्थनगर : पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने को है। ग्राम सभाएं बचे धन का जल्द से जल्द प्रयोग कर शेष राशि का आहरण कर लेना चाहती हैं। इस आपाधापी में गावों में होने वाले कार्यों की गुणवत्ता का जरा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बानगी के लिए ग्राम पंचायत कुर्थीडीहा में हो रहे पंचायत भवन के निर्माण का देखा जा सकता है। 20 लाख की लागत से हो रहे भवन निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है, बुनियाद से लेकर हर स्तर पर मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है। तीसरे दर्जे की ईटों का उपयोग हो रहा है, निर्माण में प्रयुक्त मसाले का अनुपात भी सही नहीं है, हर स्तर पर मानक के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इसी के बगल सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया है उसमें भी मानकों के साथ खिलवाड़ हुआ है। इसी कैंपस में मिट्टी पटाई का कार्य भी हो रहा है जो ग्राम सभा की बंजर जमीन से जेसीबी से खुदाई कर ट्रैक्टर ट्राली के माध्यम से लाया जा रहा है। जबकि सरकार की मंशा है कि ऐसे कार्यों में अधिक से अधिक मानव दिवस सृजित किए जाएं जिससे गांव में लोगों को सुचारू जीविकोपार्जन का साधन मिल सके लेकिन मौके पर एक भी मजदूर मिट्टी के कार्य में नहीं कार्य करता हुआ दिखा। सब कार्य मशीनों के द्वारा ही हो रहा था। मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान इजहार अहमद ने बताया कि मिट्टी के कार्य का हमें कोई भी भुगतान प्राप्त नहीं होगा, ये कार्य निजी मद से करवा रहे हैं। बीडीओ सुशील कुमार अग्रहरि ने कहा कि जांच के लिए मौके पर टीम भेजी गई है, मानक से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।