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डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने बनाई तीन सदस्यीय जांच टीम

जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देश पर सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने एंटीजन के हेराफेरी प्रकरण में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। पहले सीएमओ ने सिर्फ अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीके चौधरी को जांच सौंपी थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 11:21 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 11:21 PM (IST)
डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने बनाई तीन सदस्यीय जांच टीम
डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने बनाई तीन सदस्यीय जांच टीम

सिद्धार्थनगर: जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देश पर सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने एंटीजन के हेराफेरी प्रकरण में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। पहले सीएमओ ने सिर्फ अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीके चौधरी को जांच सौंपी थी। गुरुवार को इसमें संशोधन करते हुए सीएमओ ने डा. चौधरी के साथ टीम में इटवा सीएचसी अधीक्षक डा. बीके वैद्य और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अब्दुल सलाम को नामित किया है।

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जांच टीम यह पता लगाएगी कि गांवों में एंटीजन किट का प्रयोग सही हुआ है कि नहीं। उसका सीएचसी और तिलौली-मिठवल सीएचसी में भी एंटीजन किट के प्रयोग का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। जांच कराने वाले व्यक्तियों का रजिस्टर में नाम और मोबाइल मिलान के साथ पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों का भी मिलान होगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उसका से एक हजार किट बिहार के पटेल नगर में कुरियर किए गए थे। मिठवल से गायब किए गए दो हजार किट और भेजे जाने थे तब तक चार स्वास्थ्य कर्मी एसओजी टीम के हाथ चढ़ गए। जांच में किट गायब होने की संख्या बढ़ने की पूरी संभावना है। क्योंकि अभी पूरा मिलान नहीं हो सका है। इस प्रकरण को जिलाधिकारी दीपक मीणा ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने सीएमओ को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संबंधित दोनों केंद्र के चिकित्सकों पर भी कार्रवाई हो सकती है। संविदा पर कार्यरत तीन स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्त करने की फाइल सीएमओ ने डीएम को भेज दी है। इस मामले में सीएमओ डा.संदीप चौधरी ने कहा कि विभाग तह तक जाने की कोशिश करेगा कि गड़बड़ी किस स्तर पर की गई है। इसके पीछे के कारण क्या रहे हैं। डीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। कहां खपत हुईं 7656 एंटीजन किट, नहीं कोई रिकार्ड सिद्धार्थनगर :मिठवल ब्लाक के तिलौली सीएचसी से दो हजार किट गायब होने के मामले में स्वास्थ्य महकमा की बड़ी खामियां सामने आई है। जो भी किट मंगाए गए, उसका लेखाजोखा और कोई रिकार्ड नहीं है। फर्जी तौर से आंकड़े ठीक करने की बात चर्चा में है। हालांकि गांवों में भौतिक सत्यापन के बाद ही सही तस्वीर सामने आने की उम्मीद है।

सीएचसी से 7656 एंटीजन किट कहां गई? इसका भी कोई लेखाजोखा अस्पताल के पास नहीं मिल रहा। सीएचसी तिलौली के स्वास्थ्य संविदा कर्मी के पकड़े जाने से अधिकारियों की निगाह इस अस्पताल पर टिकी है। एक मार्च से लेकर दो जून तक इस अस्पताल को कुल 7920 किट प्राप्त हुईं। लागबुक में 264 किट ही उपलब्ध है। लैब टेक्नीशियन राम अवध उपाध्याय व बीपीएम कुशल टंडन कहा कि जांच किस-किस गांवों में कितना प्रयोग में लाए गए हैं। इसका रिकार्ड उनके पास नहीं है। सीएचसी अधीक्षक डा. बृजेश शुक्ला ने कहा कि मैं बाहर हूं। जो किट खर्च हुए हैं, वह पोर्टल पर दर्ज किए गए हैं। भौतिक सत्यापन भी किए जा रहे हैं कि किट का प्रयोग सही हुआ है या फर्जी। जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। रिकार्ड कल सुबह मिल पाएगा।


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