मौसम की मार, मरीजों की भरमार
सिद्धार्थनगर : बदलते मौसम ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इन दिनों कहीं भी चले जाएं, चाहे
सिद्धार्थनगर : बदलते मौसम ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इन दिनों कहीं भी चले जाएं, चाहे सरकारी अस्पताल अथवा निजी चिकित्सकों की क्लीनिक पर। सभी जगहों पर मरीजों की बाढ़ सी आ गई है। कोई बुखार से पीड़ित, किसी को पेट दर्द की शिकायत है। इस मौसम में सांप काटने के भी कई मामले प्रकाश में आ रहे हैं। उमस भरी गर्मी में भीड़ ऐसी, कि मरीज हों, या फिर तीमारदार, हर किसी को बड़ी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेवा में मरीजों की तादाद अधिक रही। इमरजेंसी का कोई बेड खाली नहीं रहा। इलाज के लिए दूसरे कमरों का भी सहारा लेना पड़ा।
सीएचसी के इमरजेंसी वार्ड में भवठिया निवासी 85 वर्षीय राम सुमेर व बढ़नी चाफा निवासी परिक्रमा को सांप कांटे थे, तो टड़वा निवासी इरशाद अली को बिच्छू ने छेद दिया था। इसके अलावा 19 वर्षीय अभिषेक कुमार व 12 वर्षीय गुलाम रसूल को पेट दर्द की शिकायत थी, बनकटी के रहने वाले गुरू दयाल को सांस में दिक्कत हो रही थी। आफरीन बुखार से पीड़ित थी। मझौवा खास निवासी अरबुन्निशां व अहमद अली भी बुखार के चलते भर्ती थे, जबकि बनगवां नानकार की रहने वाली मुबसरीन को चक्कर आने की शिकायत थी। कहना गलत न होगा, कि मौसम बदलने के साथ जहां संक्रामक रोगों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है, वहीं सांप-बिच्छू के काटने की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। अधीक्षक डा. बीएन चतुर्वेदी ने कहा कि मरीजों की संख्या वास्तव में इधर काफी बढ़ी है। जिसका मुख्य कारण बदलता मौसम है। फिलहाल सीएचसी पर जो संसाधन उपलब्ध हैं, उनमें बेहतर करने का प्रयास किया जाता है। मरीजों को त्वरित चिकित्सीय सुविधा प्रदान हो, इस का पूरा ध्यान रखा जाता है।