जोड़-तोड़ शुरू, 65 बीडीसी के लिए बेताबी
हर कोई 65 क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपने साथ एकत्रित करने को बेताब है। क्योंकि कुल सदस्यों की संख्या 115 हैं। इसके लिए निर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्यों से मेल मिलाप की प्रक्रिया बाकायदा शुरू हो चुकी है।
सिद्धार्थनगर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद परिणाम सामने आ चुके हैं। अब ब्लाक प्रमुख के चयन की बिसात बिछी है। तीन प्रमुख दल इस बिसात पर जोर आजमाइश कर रहे हैं।
हर कोई 65 क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपने साथ एकत्रित करने को बेताब है। क्योंकि कुल सदस्यों की संख्या 115 हैं। इसके लिए निर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्यों से मेल मिलाप की प्रक्रिया बाकायदा शुरू हो चुकी है। अंदरखाने से उनके रेट भी तय हो रहे हैं। इस जद्दोजहद में ऊंट किस करवट बैठेगा यह समय के गर्भ में है।
डुमरियागंज के पिछले पंचायत चुनाव में भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव के बाद ब्लाक प्रमुख का पद हासिल किया था। पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र मणि त्रिपाठी की बहू मांती त्रिपाठी कुर्सी पर काबिज हुई। अबकी बार वह भड़रिया से निर्विरोध जरूर निर्वाचित हुई हैं। लेकिन उनकी सास रीना त्रिपाठी सपा समर्थित उम्मीदवार निधि त्रिपाठी से पराजित हो गई। पूर्व जिलाध्यक्ष कहते हैं कि ब्लाक प्रमुख भाजपा का ही होगा इसमें कतई कोई संदेह नहीं है। वहीं सपा अपने दावेदार के चयन में जुटी है। सबसे प्रबल चेहरों में पहला चेहरा निधि त्रिपाठी ही हैं जिन्होंने तुरकौलिया तिवारी से पूर्व भाजपा अध्यक्ष की पत्नी को हराया। सपा नेता रामकुमार उर्फ चिकू यादव ने कहा कि ब्लाक प्रमुख पद पर सपा ही काबिज होगी। हम सदस्यों से संपर्क कर विचार विमर्श कर रहे हैं। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष काजी सुहेल भी यह दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस अपना नुमाइंदा बैठाएगी। कहा कि सदस्यों के साथ बैठक शुरू हो चुकी है। उधर भनवापुर ब्लाक में भी पूर्व प्रमुख शशिकला ओझा की राह आसान नहीं है। उनके पति लवकुश ओझा स्वयं निर्विरोध बीडीसी हुए है, इसके अलावा प्रमुख भी धनोहरी से निर्वाचित हुई है। पटखौली नानकार के पूर्व प्रधान रवि तिवारी बीडीसी निर्वाचित होकर स्वयं खुल कर मैदान में हैं। बताया कि वह सदस्यों के संपर्क में हैं, शीघ्र निर्णय जाहिर करेंगे।