इस बार तो सुन लीजिए साहब, कब तक दौड़ना पड़ेगा
जिलाधिकारी दीपक मीणा व पुलिस अधीक्षक विजय ढुल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुए समाधान दिवस पर वे भी आए जो पिछली बार आए थे।
सिद्धार्थनगर : जिलाधिकारी दीपक मीणा व पुलिस अधीक्षक विजय ढुल की अध्यक्षता में मंगलवार को हुए समाधान दिवस पर वे भी आए जो पिछली बार आए थे। काम नहीं हुआ तो इस बार भी उन्हें आश्वासन मिला। ठंड के बावजूद सुनवाई में कुल 119 मामले प्रस्तुत हुए। इनमें मात्र दो का मौके पर निस्तारण हो सका। राजस्व से संबंधित 53, आपूर्ति के दस, विद्युत के आठ, पुलिस व विकास के छह-छह, सरयू नहर के सात, जलनिगम के दो व अन्य विभागों के 12 मामले शामिल रहे। एसडीएम शोहरतगढ़ अनिल कुमार, सीओ शोहरतगढ़ सुनील कुमार सिंह, तहसीलदार राजेश अग्रवाल, नायब तहसीलदार अवधेश कुमार राय, एसओ शोहरतगढ़ राम आशीष यादव आदि मौजूद रहे।
गांव निवासी कुछ दबंगों ने चकरोड व खलिहान पर कब्जा कर दीवार खड़ी कर दी है। तहसील दिवस में कई बार शिकायत दर्ज कराई। चार सुनवाई की अध्यक्षता तत्कालीन डीएम ने की थी। इसके बाद भी अधिकारी मौन साधे हैं। कार्रवाई नहीं हो रही है।
अभिषेक गिरी
ग्राम छतहरी
गांव का कोटेदार पिछले तीन माह से मशीन पर अंगूठा लगवा ले रहा है। लेकिन खाद्यान्न का वितरण नहीं कर रहा है। अगर किसी ने शिकायत कर दी तो वह मारपीट करने लगते हैं। दो बार से तहसील दिवस में आ रहा हूं, लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई।
संतराम
ग्राम अकरा
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल रहा है। सभी कागजात जमा करने के बावजूद धन खाता में अभी तक नहीं पहुंचा। कई बार अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई। तहसील दिवस में भी फरियाद की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
लालमन
ग्राम पल्टादेवी
गांव निवासी दबंगों ने सड़क पर कब्जा कर लिया है। सार्वजनिक रास्ता को रोक दिया है। कई बार समाधान दिवस में शिकायत कर चुकी हूं। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस व लेखपाल को निस्तारण कराने के लिए कहा जाता है, लेकिन वह गांव में जाते ही नहीं हैं।
इमरती देवी
ग्राम कोईलीघाट