दोपहर तक हल्की बारिश, छाए रहे बादल
शुक्रवार की देर रात मौसम ने करवट ली। दूसरे दिन शनिवार की सुबह बारिश शुरू हुई। दोपहर तक हल्की बारिश हुई तो इसके बाद बादल छाए रहे। पूरे दिन मौसम खुशगवार बना रहा। करीब 6.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
सिद्धार्थनगर : शुक्रवार की देर रात मौसम ने करवट ली। दूसरे दिन शनिवार की सुबह बारिश शुरू हुई। दोपहर तक हल्की बारिश हुई तो इसके बाद बादल छाए रहे। पूरे दिन मौसम खुशगवार बना रहा। करीब 6.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
तापमान में गिरावट के चलते मौसम सुबह से ही ठंडा रहा। अधिकतम तापमान 32 तो न्यूनतम तापमान 24 रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 31 तो न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। बारिश के कारण बाजार में चहल पहल कम दिखी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बाहर निकलने से कतराते रहे। मौसम विशेषज्ञ सूर्य प्रकाश सिंह ने बताया कि पारा गिरने से जनमानस को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। बारिश से धान की फसल को भी लाभ पहुंचा है। टूटे एप्रोच से कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना सिद्धार्थनगर : बूढ़ी राप्ती नदी पर होरीलापुर के पास बने पुल का दोनों तरफ का एप्रोच टूट गया है। बड़ा गड्ढा बन गया है। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। मगर जिम्मेदारों को इसकी कोई सुधि नहीं है। शोहरतगढ़ -चेतिया मार्ग पर 2013 में बूढ़ी राप्ती पर बने पुल के दोनों तरफ दो मीटर में एप्रोच में बड़े-बड़े गड्ढे में तब्दील हो गया है। दिन में वाहन तो बचा कर निकल जाते हैं। परंतु रात में इस मार्ग पर चलना मौत को गले लगाने के समान है। जनप्रतिनिधियों व जनपद के अधिकारियों की गाड़ियां इस रास्ते से आती जाती हैं, लेकिन इस खतरनाक गड्ढे पर किसी का भी पर ध्यान नहीं जाता। ग्रामीणों ने गड्ढे संकेत के रूप में दोनों तरफ रस्सी व झाड़ियां लगा दी है। जिससे आने जाने वाले राहगीरों को एप्रोच टूटने का पता चल सके। मुख्य मार्ग होने से सैकड़ों छोटे बड़े वाहन रोज आते जाते हैं। मिठाई चौहान, मोहम्मद मोकित, ओम प्रकाश जायसवाल, राजेन्द्र, राइस अहमद आदि लोगो ने बताया कि यह मार्ग बहुत ही व्यस्त रहता है। यदि इस एप्रोच का शीघ्र मरम्मत नहीं हुआ तो कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता वीके राय ने कहा एप्रोच टूटने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। पता कर जल्द ही मरम्मत करा दिया जाएगा।