शाम छह बजे के करीब की हत्या, घर पर बदला कपड़ा
छात्र विकास गुप्ता की हत्या उसके दोस्तों ने शाम करीब साढ़े पांच से छह बजे के बीच की थी। घटना के आरोपितों के वहां से निकलने व रक्तरंजित कपड़ा बदलने की जानकारी दी।
सिद्धार्थनगर : पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने बताया कि छात्र विकास गुप्ता की हत्या उसके दोस्तों ने शाम करीब साढ़े पांच से छह बजे के बीच की थी। घटना के आरोपितों के वहां से निकलने व रक्तरंजित कपड़ा बदलने की जानकारी दी।
एसपी ने कहा कि विकास गुप्ता का गला काटने के दौरान खून का फौव्वारा निकला होगा जिससे हत्यारोपितों के कपड़े खून से रंग गए होंगे। जब यह पक्का कर लिया उसकी मौत हो गई है तो बाइक लेकर तीनों वहां से निकले। अतुल दुबे उर्फ विपिन दुबे इटवा बाजार में ही रुक गया। जबकि पिटू पाल और पंकज गौतम अपने गांव पचमोहनी आए। घर में नहाने के बाद इन्होंने खून लगे कपड़ों को छिपा दिया। इसके बाद नानी को बाइक पर बैठा कर यह दोनों एक ब्रह्माभोज में शामिल होने चले गए। रात करीब नौ बजे गांव वापस आए तो विकास गुप्ता की खोज शुरू हो गई थी। स्वजन के साथ वह भी खोज में जुट गए। रात में दो से तीन बार विकास के घर पर जाकर स्वजन से हाल-चाल भी लेते रहे।
तीन माह से कर रहे थे हत्या का प्रयास
पूछताछ में मुख्य आरोपित पिटू पाल ने बताया कि वह विकास गुप्ता की धमकी से परेशान हो गया था। एक पार्टी में करीब चार से पांच सौ रुपये खर्च होते थे। वह धमकी देते हुए रोजाना पार्टी मांगता रहा। इससे आजिज आकर पंकज गौतम व अतुल दुबे उर्फ विपिन दुबे को पूरी बात बताई। इनके साथ मिलकर दिसंबर में लगने वाले जिगिना मेला में ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। लेकिन वहां भीड़ होने के कारण मकसद में कामयाब नहीं हो सका।