डीएम समेत 2076 को लगाए गए कोरोना के टीके
कोविड-19 टीकाकरण के लिए चल रहे अभियान में शुक्रवार को 2076 लोगों को टीका लगा। 19 केंद्रों पर 2808 लोगों को टीकाकरण के लिए चिन्हित किये गए थे। 621 ने दूसरी खुराक लगवाई। डीएम दीपक मीणा ने वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवाया।
सिद्धार्थनगर: कोविड-19 टीकाकरण के लिए चल रहे अभियान में शुक्रवार को 2076 लोगों को टीका लगा। 19 केंद्रों पर 2808 लोगों को टीकाकरण के लिए चिन्हित किये गए थे। 621 ने दूसरी खुराक लगवाई। डीएम दीपक मीणा ने वैक्सीन की दूसरी खुराक लगवाया।
स्वास्थ्य विभाग ने तीसरे चरण के दूसरे दिन शुक्रवार को चार केंद्रों पर 621 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीकाकरण के लिए बुलाया गया था। जिसमें 435 लोगों ने टीका लगवाया। जबकि 18 सौ बुजुर्गों व गंभीर बीमारी से परेशान लोगों के सापेक्ष 1641 लोगों ने टीके की पहली डोज लगवाई है। खेसरहा सीएचसी ,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घोसियारी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कठमोरवा में 45 से 59 वर्ष तक के बीमार लोगों को एवं 60 वर्ष से ऊपर के वृद्ध को कोरोना का टीका लगाया गया। कुल 50 लोगों को टीका लगाया गया। सीएचसी अधीक्षक डा. संजय भारती ने दी। सीएमओ डा. इंद्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि सौ फीसद टीकाकरण के लिए प्रयास जारी रहेगा।
नियमों पर भारी साहब की मनमानी सिद्धार्थनगर: स्वास्थ्य विभाग में नियमों पर साहब की मनमानी भारी है। बिना किसी आदेश के उपस्थित पंजिका पर सीधे कर्मचारियों को सीएमओ कार्यालय में ज्वाइन करने का आदेश दिया जा रहा है। पत्र न मिलने से कर्मचारी भी न तो संयुक्त जिला अस्पताल में कार्य कर पा रहे हैं न ही वह वापस सीएमओ कार्यालय में योगदान कर पा रहे हैं। कर्मचारियों का आक्रोश दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। मनमर्जी का आलम यह है कि डिजीटल एक्सरे एक सप्ताह से बंद हो गया है। यहां तैनात कर्मचारी को सीएमओ कार्यालय में कार्य योगदान के लिए उपस्थित पंजिका पर टिप्पणी कर दी गई है। वह अस्पताल तो आ रहे हैं, पर उनकी हाजिरी नहीं बन पा रही है। जिला अस्पताल में पूर्व में तैनात सीएमएस ने कर्मचारियों की कर्मी के कारण सीएमओ से कुछ स्टाफ की मांग की थी। विभिन्न स्थानों पर तैनात कर्मचारियों को अस्पताल में अटैच किया गया। इनमें पीआईसीयू- एनआरसी के इंचार्ज व चीफ फार्मासिस्ट डीसी पाठक, एक्स-रे टेक्निशियन भूपेंद्र सिंह, एएनएम मीना शुक्ला, एएनएम कलावती व एएनएम संघमित्रा शामिल रहे। सभी लंबे समय से यहां तैनात हैं। इनके जिम्मे महत्वपूर्ण कार्य है। दो मार्च को सीएमएस डा. आरके कटियार ने इन सभी के उपस्थिति रजिस्टर पर नाम के सामने रिलीव लिखते हुए कार्य लेने से मना कर दिया। इसे लेकर जिला अस्पताल में विवाद गहराने लगा है। कर्मचारियों का कहना है कि सीएमएस मनमानी कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि यदि उन्हें हटना है तो पहले सीएमओ को हटाने के लिए पत्र लिखना चाहिए। सीएमएस डा आरके कटियार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के एडी के निर्देश पर सभी को हटाया गया है। डीएम, सीएमओ के साथ सभी को रिलीव करने के लिए मेरी मीटिग हुई थी, इसलिए सीएमओ को चिट्ठी लिखे बगैर हटा दिया गया है।