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ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने सभासद व नपा कर्मियों को दी जिम्मेदारी

कोविड व चुनाव आचार संहिता को देखते हुए मौनी अमावस्या नहान पर लगने वाले माघ मेला के सफल संचालन को लेकर गुरुवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जग प्रवेश ने नगर पालिका अध्यक्ष व सभासदों के साथ नपा कार्यालय के सभागार में बैठक किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 11:20 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 11:20 PM (IST)
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने सभासद व नपा कर्मियों को दी जिम्मेदारी
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने सभासद व नपा कर्मियों को दी जिम्मेदारी

सिद्धार्थनगर : कोविड व चुनाव आचार संहिता को देखते हुए मौनी अमावस्या नहान पर लगने वाले माघ मेला के सफल संचालन को लेकर गुरुवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट जग प्रवेश ने नगर पालिका अध्यक्ष व सभासदों के साथ नपा कार्यालय के सभागार में बैठक किया। इसमें उन्होंने मेले में चुनाव आचार संहिता व कोविड-19 के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए सभासदों व नगर पालिका कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी।

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ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा की मेले में कोडिव के गाइडलाइन का पूरी ईमानदारी से पालन होना चाहिए तथा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन न हो इस पर पूरा ध्यान होना चाहिए। मेला परिसर में किसी तरह की राजनैतिक गतिविधि न हो। इन निर्देशों का पालन न होने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित होगी। नपा अध्यक्ष मो इदरीश पटवारी ने अपने प्रशासन को आश्वस्त किया की कोविड व चुनाव आचार संहिता को लेकर जो निर्देश मिला है उसका पालन किया जाएगा। बैठक में ईओ विध्याचल, सभासद मो इरफान, रामगोपाल अग्रहरि, बजरंगी वर्मा, संतराम आजाद, संतोष त्रिपाठी आदि ने भी अपने विचार साझा किए। सभासद सैयद मो कुतुब,रवींद्र वर्मा, मंगल चौरसिया, अकबर अली, लक्ष्मण निषाद, कुबेर बारी, सालिगराम आदि उपस्थित थे। मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराएं सुविधाएं सिद्धार्थनगर : विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई है। गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार मिश्रा ने विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। शिक्षकों से कहा कि रैंप, शौचालय, विद्युतीकरण व चहारदीवारी का कार्य एक सप्ताह में हर हाल में पूरा कर लिया जाए।

बीईओ ने कहा कि रैंप की ऊंचाई और लंबाई का एक अनुपात का होना चाहिए। दोनों तरफ लोहे की रेलिग लगी होनी चाहिए। बूथों पर पानी, शौचालय, बिजली पानी की सुविधाएं होनी चाहिए। विकास क्षेत्र में 18 ऐसे विद्यालय हैं, जहां कुछ न कुछ कमी पाई गई है।


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