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फलाहार की कीमतों में 30 फीसद का उछाल

केला अमरूद जैसे स्थानीय फल भी महंगे दाम पर बिक रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 12:23 AM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 12:31 AM (IST)
फलाहार की कीमतों में 30 फीसद का उछाल
फलाहार की कीमतों में 30 फीसद का उछाल

सिद्धार्थनगर: शारदीय नवरात्र पर फलों एवं फलाहार की कीमतो में उछाल आया है। अहम यह है कि फलों के थोक व फुटकर भाव में काफी अंतर है, जिसका असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है। केला, अमरूद जैसे स्थानीय फल भी महंगे दाम पर बिक रहे हैं।

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एक सप्ताह पहले तक 50 रुपया किलो बिकने वाला सेब 120 रुपया किलो तक जा पहुंचा है। इसी प्रकार 20 रुपया किलो बिकने वाला केला 40 से पचास रुपया किलो के हिसाब से बिक रहा है। व्रत में खाया जाने वाला तिन्नी चावल 250 रुपया किलो फुटकर में बिक रहा है। फलाहार के बढ़े दाम से लोग परेशान हैं।

रंजना द्विवेदी ने बताया कि

फलों के दाम हर व्रत, त्योहार के दौरान बढ़ जाते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ फलों के रेट लगभग तीस फीसद तक बढ़े हैं। इससे परेशानी बढ़ी है।

दाऊ जी ने बताया कि

शारदीय नवरात्र व्रत हर घर में कोई न कोई सदस्य रहते हैं। ऐसे में नौ दिन तक फल और फलाहार की वस्तुएं खरीदनी पड़ती हैं। बढ़े रेट से जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

दुर्गेश सोनी ने बताया कि

जैसे ही किसी चीज की मांग बढ़ती है, मूल्य भी बेतहाशा बढ़ जाते हैं। प्रशासन को इस पर लगाम कसने की जरूरत है।

प्रिस मिश्र ने बताया कि

थोक मार्केट में फलों के रेट में मामूली बढोतरी हुई है, लेकिन फुटकर विक्रेता मनमानी पर उतारू हैं और महंगे रेट पर बिक्री कर रहे हैं। कालरात्रि दर्शन के लिए गालापुर में उमड़ी आस्था की भीड़

सिद्धार्थनगर : शारदीय नवरात्रि के सातवें दिन गालापुर स्थित वटवासिनी धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं ने माता कालरात्रि का दर्शन पूजन किया। अत्यधिक भीड़ होने के कारण लोगों को कतारबद्ध कराकर मंदिर में प्रवेश दिया गया। सुरक्षा में मंदिर प्रबंधन समिति के साथ इटवा पुलिस जुटी हुई है।

वटवासिनी धाम में पहले दिन से ही माता की पूजा- अर्चना कोविड गाइडलाइन के अनुरूप चल रही है। मंगलवार का सप्तमी तिथि के चलते सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। परिसर में दो पंक्तियों से भक्तों को माता के दर्शन के लिए प्रवेश मिला। भक्तों ने महाकाली का दर्शन कर परिवार के सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा और पूरे दिन परिसर में सप्तशती के श्लोक गूंजते रहे। कतारबद्ध दर्शनार्थियों के बीच शारीरिक दूरी का पालन कराने में मंदिर प्रबंधन कमेटी के सदस्य व इटवा थाने के पुलिसकर्मी जुटे रहे। भीड़ बढ़ने से परिसर में पूजा सामग्री बेचने वाले दुकानदार उत्साहित हैं। बताया कि प्रति दिन लगभग 700 से नारियल बिक रहे हैं। फूल, अगरबत्ती और कपूर की बिक्री भी खूब हो रही है। बलुआ समय माता मंदिर परिसर में भी भीड़भाड़ रही।


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