आइजी ने किया इटवा थाना का निरीक्षण
आइजी बस्ती ने अपराध रजिस्टर का अवलोकन किया। इनामिया अपराधियों के संबंध में जानकारी ली। वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। आगंतुक रजिस्टर में दर्ज नाम के संबंध में जानकारी ली। फरियादियों से सौहार्द पूर्वक वार्ता करने की सलाह दी।
सिद्धार्थनगर : आइजी बस्ती रेंज अनिल कुमार राय ने रविवार को इटवा थाना का निरीक्षण किया। थाना परिसर में साफ-सफाई की जांच की। स्वच्छता के प्रति सचेत रहने की हिदायत दी। अभिलेखों के समुचित रखरखाव के लिए निर्देशित किया।
आइजी बस्ती ने अपराध रजिस्टर का अवलोकन किया। इनामिया अपराधियों के संबंध में जानकारी ली। वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। आगंतुक रजिस्टर में दर्ज नाम के संबंध में जानकारी ली। फरियादियों से सौहार्द पूर्वक वार्ता करने की सलाह दी। शिकायत निस्तारण की समीक्षा की। मालखाना, महिला व पुरुष हवालात को भी देखा। उन्होंने पुलिस कर्मियों को थाने में आने वाले लोगों की समस्याओं को सुनकर तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा। सीओ इटवा रमेश चंद्र पांडेय, एसओ ज्ञानेंद्र राय आदि मौजूद रहे।
कल हड़ताल पर रहेंगे जिले के स्टांप वेंडर्स
सिद्धार्थनगर : बांसी में आल यूपी स्टांप वेंडर्स एसोसिएशन के निर्देश पर प्रदेश भर के स्टांप विक्रेता पांच सितंबर को एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। उक्त आशय की जानकारी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संतोष अग्रहरि ने देते हुए बताया कि बीती देर शाम लखनऊ में वर्चुअल मीटिग में अपनी मांगों लेकर यह निर्णय लिया और कहा कि अपनी मांगों के लिए आर-पार की लड़ाई लडनी होगी। प्रदेश सरकार को पिछली बार 11 सूत्रीय मांग पत्र दिया गया था, जिसमें एक मांग ही मानी गई थी। बाकी के दस मांगों पर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने जनपद के सभी स्टांप वेंडर्स से अनुरोध किया है कि मंगलवार को वह पूर्ण हडताल पर रहे।
सामाजिक विषय बने संस्कृति बोध परियोजना
सिद्धार्थनगर : सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में रविवार को संस्कृति बोध परियोजना अभियान का शुभारंभ हुआ। प्राचीन संस्कृति पर लोगों ने अपने विचार रखे। छात्रों को साहित्य ज्ञान कराने पर बल दिया गया। विद्या भारती की ओर से संचालित जन जागरण अभियान का समापन 16 अक्टूबर को होगा।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग शारीरिक प्रमुख गोविद सिंह ने कहा विश्व के प्रत्येक देश अपनी संस्कृति, परंपरा, जीवन मूल्य, ज्ञान विज्ञान एवं महापुरुषों के अनुभवों को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में भावी पीढ़ी को बताते हैं। हमारी महान आध्यात्मिक संस्कृति, श्रेष्ठ परंपराएं, जीवन मूल्य और ज्ञान-विज्ञान इस देश की ही नहीं वरन विश्व की अमूल्य निधि मानी गई है। लेकिन आधुनिक भारतीय शिक्षा पद्धति इससे परिचित कराने मे भी असमर्थ है। इन विचारों से परिचित कराकर समाज में अपेक्षित परिवर्तन लाना होगा। बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्या अंजू चौहान ने कहा संस्कृति बोध परियोजना केवल विद्यालय का विषय नहीं बल्कि समाज का विषय बनाया जाए। इसमें तैयार साहित्य में ऐसे तत्वों का समावेश है जिसका संबंध सुकृत्यों से है। वरिष्ठ आचार्य निमिष शुक्ला, शिशु मंदिर जोगिया के प्रधानाचार्य श्याम नारायण चौधरी, अनीश पाठक आदि मौजूद रहे।