तीन शिफ्ट में की जाती है नौ-नौ मरीजों की डायलिसिस
नीति आयोग की सिफारिश के बाद इस अति पिछड़े जिले में डायलिसिस की सुविधा शुरू हुई थी।
सिद्धार्थनगर : संयुक्त जिला अस्पताल में मंगलवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने केक काटकर डायलिसिस सेंटर की दूसरी वर्षगाठ मनायी। नीति आयोग की सिफारिश के बाद इस अति पिछड़े जिले में डायलिसिस की सुविधा शुरू हुई थी। शुभारंभ से लेकर अभी तक की उपलब्धियों पर चर्चा की।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरके कटियार ने कहा कि जनपद की आबादी करीब 30 लाख है। जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा नहीं थी। इससे मरीजों को गोरखपुर, बस्ती, लखनऊ आदि स्थानों पर जाना पड़ता था। खर्च भी अधिक पड़ता था। कई बार डायलिसिस कराने के लिए प्रतीक्षा भी करनी पड़ती थी। मरीजों की परेशानियों को देखते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने पहल की। दिसंबर वर्ष 2018 में तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. रोचस्मति पांडेय के नेतृत्व में इसका शुभारंभ हुआ था। डायलिसिस सेंटर के जिला प्रबंधक कृष्णानंद पांडेय ने बताया कि नौ बेड की उपलब्धता है। तीन शिफ्ट में नौ-नौ मरीजों की डायलिसिस की जाती है। अब तक 174 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। डा. एससी प्रसाद, डा. अनूप कुमार यादव, अब्दुल वहाब, इमरान, तनवीर, रामकरन, अखिलेश भारती, संदीप चौधरी, अजय कुमार, अरविद पांडेय आदि मौजूद रहे। 1090 निगेटिव, तीन कोरोना पाजिटिव
सिद्धार्थनगर : लखनऊ मेडिकल कालेज से मंगलवार को 1093 लोगों की जांच रिपोर्ट आई है। इसमें 1090 निगेटिव मिले हैं। तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं। कुल संक्रमित की संख्या 3947 हो गई है। 42 एक्टिव केस हैं। अभी तक 3857 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। 50 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने 240910 लोगों की जांच कराई है। 1091 की जांच रिपोर्ट आनी शेष है।
सीएमओ डा. इंद्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि बढ़नी ब्लाक के बनचौरी गांव में तीन लोग संक्रमित मिले हैं। इनको इलाज के लिए जिला अस्पताल के एमसीएच विग में आइसोलेट कराया गया है। इनकी केस हिस्ट्री खोजी जा रही है। संपर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित करके उनकी भी जांच कराई जाएगी।