ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को निखारेगी सरकार : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने मिशन रोजगार योजना में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग के 508 क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी व 26 व्यायाम प्रशिक्षक को आनलाइन नियुक्ति पत्र प्रदान किया। कहा पीआरडी जवान सामान्य दिनों में भी शांति व्यवस्था बनाए रखने में योगदान दे रहे हैं। इनकी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए मानदेय बढ़ाया गया है।
सिद्धार्थनगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा ग्रामीण क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को निखारने का काम किया जाएगा। इन युवाओं को खेलकूद से जोड़कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। इन्हें इस योग्य बनाया जाएगा कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करें। प्रदेश के एक लाख से अधिक राजस्व गांव में खेल के मैदान, मिनी स्टेडियम और ओपेन जिम स्थापित किया जाएगा।
यह बातें उन्होंने सोमवार को विकास भवन स्थित एनआइसी में हुई वर्चुअल बैठक में कही। मुख्यमंत्री ने मिशन रोजगार योजना में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग के 508 क्षेत्रीय युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी व 26 व्यायाम प्रशिक्षक को आनलाइन नियुक्ति पत्र प्रदान किया। कहा पीआरडी जवान सामान्य दिनों में भी शांति व्यवस्था बनाए रखने में योगदान दे रहे हैं। इनकी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए मानदेय बढ़ाया गया है। चार वर्षों में युवा कल्याण एवं खेल के क्षेत्र में काफी सुधार का प्रयास किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया अभियान में 55 हजार मंगल दल को खेल सामग्री प्रदान की गई है। युवा कल्याण व खेल राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार उपेंद्र तिवारी ने विभागीय योजनाओं के संबंधित जानकारी दी। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने नवनियुक्त क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी प्रवीण मिश्रा और आशुतोष कुमार गुप्ता को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। जिला युवा कल्याण अधिकारी राम प्रताप सिंह, प्रभारी एनआइसी नसीम अहमद आदि मौजूद रहे।
कुलपति ने किया मूल्यांकन केंद्र का निरीक्षण
सिद्धार्थनगर : सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हरि बहादुर श्रीवास्तव ने सोमवार को कला संकाय भवन में बने मूल्यांकन केंद्र का निरीक्षण किया। सिविवि के वार्षिक परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं की जांच शुरू हो गई है। कापी जांचने की ड्यूटी कर रहे शिक्षकों से कोविड नियमों का पालन करने के लिए कहा।
कुलपति ने कहा मूल्यांकन विद्यार्थियों की पढ़ाई का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसलिए इसे गंभीरतापूर्वक एवं निष्पक्षता के साथ करना चाहिए। समय सारिणी के अनुसार जैसे-जैसे परीक्षा होती जाएगी उसी क्रम में मूल्यांकन कार्य भी संपन्न कराया जाएगा। विश्वविद्यालय का प्रयास है कि जल्द ही परीक्षा परिणाम घोषित किया जाए। जिससे विद्यार्थियों के आगे की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो सके। कोविड नियमों का पालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखें। केंद्र पर सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की गई है। समय-समय पर हाथ को सेनेटाइज करते रहें। प्रभारी मूल्यांकन केंद्र डा. पुर्णेश नारायण सिंह, डा. अविनाश प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।