परिवार से भटकी मंदबुद्धि महिला को मिला सहारा
तहसील अंतर्गत बेवा चौराहे पर एक मंद बुद्धि महिला करीब सालभर से इधर-उधर धूमकर दर-दर की ठोकरें खा रही थीं। रविवार को बेवा के ही एक परिवार ने तरस खाते हुए उक्त महिला का सहारा बनते हुए उसे अपने घर ले जाकर सुरक्षित रखा।
सिद्धार्थनगर : तहसील अंतर्गत बेवा चौराहे पर एक मंद बुद्धि महिला करीब सालभर से इधर-उधर धूमकर दर-दर की ठोकरें खा रही थीं। रविवार को बेवा के ही एक परिवार ने तरस खाते हुए उक्त महिला का सहारा बनते हुए उसे अपने घर ले जाकर सुरक्षित रखा।
महिला देखने में शादी-शुदा लग रही है। एक वर्ष से चौराहा और उसके आसपास दिखाई दे रही थी। पुलिस सहायता केंद्र के पास दुकानों से कुछ मांग कर अपना पेट भरती थी। सड़क के किनारे ही सो जाया करती थी। रोज-रोज इसकी बेबसी को देख चौराहा निवासी राम सजीवन ने अपने घर बेवा हुसैन ले गए। सजीवन के अनुसार जब महिला का कोई अपना नहीं मिल जाता है, वह इसे सुरक्षित अपने घर में रखेंगे और इसके खान-पान का इंतजाम भी करेंगे। महिला से बात करने पर पति का नाम दद्दन मिश्रा व ससुर का नाम जगदीश मिश्रा बता रही है। घर का पता रामपुर बता रही है। माता-पिता के बारे में वह कुछ भी नहीं बता पा रही है। फिलहाल महिला पर प्रशासन अथवा किसी संस्था की नजर नहीं पड़ी जो इसका सहारा बन सके।
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