पहले जीता सोना, अब जीता दिल
सिद्धार्थनगर : गत वर्ष गोल्ड जीतने वाली जनपद की बेटियों ने सोमवार को दिल जीत लिया। पिछले साल उन्होंन
सिद्धार्थनगर : गत वर्ष गोल्ड जीतने वाली जनपद की बेटियों ने सोमवार को दिल जीत लिया। पिछले साल उन्होंने सोना जीता था और इस वर्ष प्रतियोगिता में जाने के लिए उनके पास रुपये नहीं थे। फिलहाल बेटियां जिद, जुनून की पक्की, ठान रखा था कि किसी तरह से प्रतियोगिता में जाना ही है। बातें कई लोगों तक पहुंचीं तो दो चेहरे आखिरकार सामने आ ही गए। उन्होंने इन बेटियों के लिए छह-छह हजार रुपयों का सहयोग दिया। यह बेटियां पहुंच गईं बरेली। वहां पहुंचते ही इनका पहला मुकाबला मेजबान टीम बरेली से हुआ। जनपद की यह बेटियां थकी हुई हालात में अंतिम घड़ी में प्रतियोगिता में पहुंची थीं। थक कर चूर थीं। सामने यह भी था कि वह आसानी से प्रतियोगिता में नहीं पहुंची हैं, पर उन्होंने खुद को साबित किया और पहला मुकाबला जीतने के साथ वह छा गईं। फेसबुक पर यह बातें शेयर हुईं तो बहुत से लोगों ने उन्हें बधाई दी। बावजूद इसके विभाग उनके लिए कुछ नहीं कर सका। प्रशंसा के बजाय कोच को धमकी मिली।
खेल विभाग द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय महिला वालीवाल प्रतियोगिता में सोमवार को जनपद की बेटियों ने बरेली की टीम को शिकस्त दिया। गत वर्ष देश स्तर पर इन बेटियों ने गोल्ड जीता था। इस बार तो प्रतियोगिता में पहुंचना उनके के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। प्रतियोगिता में शामिल होने वाली सभी बेटियां मुख्यालय से सटे उस ग्राम पंचायत की रहने वाली हैं, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का संभावित आगमन होना है। गांव पिछले 15 दिनों से चमकाया जा रहा है। गांव का कोना-कोना चमकाया जा चुका है। बावजूद इसके किसी की भी झोली में इतने रुपये नहीं थे कि कहीं से किराए की व्यवस्था कर इन्हें प्रतियोगिता में भेजा जाए। ऐसे में डा.चन्द्रेश व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जमील सिद्दीकी ने छह-छह हजार रुपये का सहयोग दिया और बेटियां प्रतियोगिता में पहुंचीं।