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बेहतर व्यवसाय का माध्यम हो सकता है मधुमक्खी पालन

कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत प्रवासी श्रमिकों का तीन दिवसीय दक्षता अभिवृद्धि प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू हुआ। पहले दिन मधुमक्खी पालन विषय पर प्रशिक्षुओं को जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 09:00 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 09:00 PM (IST)
बेहतर व्यवसाय का माध्यम हो सकता है मधुमक्खी पालन
बेहतर व्यवसाय का माध्यम हो सकता है मधुमक्खी पालन

सिद्धार्थनगर :

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कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत प्रवासी श्रमिकों का तीन दिवसीय दक्षता अभिवृद्धि प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू हुआ। पहले दिन मधुमक्खी पालन विषय पर प्रशिक्षुओं को जानकारी दी गई। कृषि वैज्ञानिकों ने श्रमिकों को आय अर्जन के उपायों के बारे में जानकारी दी।

वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ एल सी वर्मा ने कहा कि मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे अपेक्षाकृत कम धन, कम श्रम और कम स्थान पर कर अधिक आय अर्जित किया जा सकता है। समन्वयक व प्रशिक्षक डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया मधुमक्खियों से प्राप्त उत्पाद मधु शहद, मोम, रॉयल जेली, मौन वंश के साथ-साथ परागण का कार्य करती हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ डी. पी. सिहं, डॉ एस एन सिंह, डॉ मार्कंडेय सिंह ने अलग अलग विषय पर जानकारी दी। राधेश्याम, राम बिलास प्रजापति, शिवपूजन वर्मा, अशोक कुमार वर्मा, रामनरेश मौर्य, आलोक कुमार पाण्डेय, हरिद्वार पाण्डेय, नंद कुमार कन्नौजिया आदि उपस्थित रहे।


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