समय पूरा, ओवरहेड टैंक का निर्माण अधूरा
सिकौथा में कछुए की गति से हो रहा निर्माण गुणवत्ता पर भी सवाल
सिद्धार्थनगर : जल निगम विभाग के काम निराले हैं। निर्माण कार्य में ठीकेदार मनमानी कर रहे हैं, मगर जिम्मेदारों का रवैया मूकदर्शक जैसा रहता है। बानगी भनवापुर ब्लाक के ग्राम सिकौथा में देखा जा सकता है। जहां करीब तीन करोड़ की लागत से ओवरहेड टैंक का निर्माण वर्ष 2018 में ही शुरू कराया गया था। कार्य पूर्ण कराने की समय अवधि मार्च 2020 निर्धारित की गई। निर्धारित समय के बाद भी करीब 10 महीने का समय बीत गया, परंतु कार्य की जो गति है, उसको देखते हुए नागरिकों को शुद्ध पेयजल के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
करीब ढाई हजार आबादी वाली ग्राम पंचायत सिकौथा में लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए वर्ल्ड बैंक की योजना के तहत पानी की टंकी का निर्माण प्रारंभ कराया गया। जिससे लोगों को शुद्ध पीने का पानी मिल सके। शुरूआती दौर में निर्माण की गति कछुए की गति जैसी रही, गुणवत्ता पर भी उंगली उठती रही। मगर जिम्मेदारों ने कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब जबकि एक सप्ताह बाद 2021 शुरू हो जाएगा, अभी तक इसका कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।
सिकौथा पहले ग्रामी पंचायत थी, जो अब नगर पंचायत बिस्कोहर का हिस्सा हो गई है। यहां की अधिकांश आबादी देसी नल का पानी पीने को मजबूर रहती है। जिसकी शुद्धता पर पहले ही सवाल खड़े हो चुके हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार कार्य की प्रगति में कोई तेजी नहीं दिख रहा हैं। अभी तक पाइप लाइन का काम पूरा नहीं हो सका है। आशीष, विष्णु, राकेश, हामिद रजा ने कहा कि टंकी का निर्माण व पाइप लाइन शीघ्र पूरी हो जाए तो नागरिकों को शुद्ध पेयजल मिलने लगे। जेई जल निगम अतुल अंजान का कहना है कि पहले समय से पैसा नहीं मिला, जिसके कारण देरी हुई। अब पैसे की कोई कमी नहीं है। पानी की सप्लाई के लिए पांच किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी है, चार किमी का कार्य पूर्ण हो चुका है। शीघ्र ही शेष काम पूरे हो जाएंगे। प्रयास है कि 26 जनवरी तक पानी की सप्लाई प्रारंभ कर दी जाए।