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साढ़े चार लाख खर्च के बाद भी आंगनबाड़ी भवन अधूरा

ग्राम पंचायत निधि से वर्ष 2018 में शुरू हुआ था भवन निर्माण

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 04:56 PM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 04:56 PM (IST)
साढ़े चार लाख खर्च के बाद भी आंगनबाड़ी भवन अधूरा
साढ़े चार लाख खर्च के बाद भी आंगनबाड़ी भवन अधूरा

सिद्धार्थनगर : ग्राम पंचायत निधि से खेसरहा ब्लाक के ग्राम पंचायत एकडेंगवा में साढ़े चार लाख की लागत से बनने वाला आंगनबाड़ी केंद्र आज तक अधूरा है। जबकि इस मद में आए धन का भुगतान भी हो गया पर केंद्र में न तो खिड़की, दरवाजे लगे और न ही बरामदे व कमरे की फर्श ही बनी।

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उधार के भवन में चल रहे केंद्र को खुद का भवन देने के लिए ग्राम पंचायत निधि से इसका निर्माण कराने का जिम्मा दिया गया। एक कमरा व बरामदे की छत लगाकर दीवारों पर प्लास्टर आदि भी लग गया। अभी तक रंगाई को कौन कहे न दरवाजे व खिड़कियों के पल्ले तक नहीं लग पाए। और जो फर्श बनी वह भी जगह- जगह से टूटने लगी। जबकि पूरे प्रोजक्ट पर चार लाख 43 हजार रुपये का भुगतान भी निकल चुका है। आंगनबाड़ी केंद्र आज भी प्राथमिक विद्यालय के एक कमरे में चल रहा। इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित नामांकित बच्चों को भी परेशान होना पड़ता है। ग्राम प्रधान शान्ती मिश्रा ने बताया कि धन कितना आया था इसके विषय में मैं कुछ नहीं बता सकती। हां, इतना जानती हूं की केंद्र निर्माण में व्यय धन के अलावा अभी 57 हजार का भुगतान नहीं हो सका है। धन मिल जाएगा तो रंगाई पुताई के साथ दरवाजे व खिड़कियां भी लग जाएंगी। 40 बच्चे हैं नामांकित

एकडेंगवा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में कुल 40 बच्चे नामांकित हैं। यहां कार्यकर्ता के रूप रंजन बाला व सहायिका के रूप में संगीता की तैनाती हैं। विद्यालय के बच्चों के बीच ही यह बैठते हैं इससे जांच में कभी कभी पता ही नहीं चल पाता कि कौन बच्चा आंगनबाड़ी का और कौन प्राथमिक विद्यालय का। भवन के अधूरा होने से मजबूरन केंद्र को प्राथमिक विद्यालय परिसर स्थित एक कमरे में चलाया जा रहा है।

अनीता

मुख्य सेविका भवन निर्माण के समय हम नहीं थे, इसलिए इससे हम अंजान है। लेकिन अब जानकारी हुई तो जांच करवा के अधूरे भवन को पूर्ण कराने का प्रयास किया जाएगा।

दल सिगार यादव

एडीओ पंचायत,खेसरहा


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