ईद-ए- गदीर पर हर तरफ छाई खुशी
डुमरियागंज कस्बा हल्लौर में रविवार को जश्न-ए-ईद गदीर का प्रोग्राम जोश व खरोश के साथ मनाया गया।
सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज : कस्बा हल्लौर में रविवार को जश्न-ए-ईद गदीर का प्रोग्राम जोश व खरोश के साथ मनाया गया। कोरोना के कारण आनलाइन तकरीर के प्रोग्राम में शायरों ने अपने-अपने अंदाज से मौला अली व गदीर की शान में कसीदे पढ़े, जबकि मौलाना द्वारा ईद गदीर व हजरत अली की जिदगी पर बृहद रूप से रोशनी डाली गई।
गदीर मिशन के तत्वावधान में दोपहर करीब ढाई बजे बड़े इमाम बाड़ा प्रांगण से आनलाइन कार्यक्रम की शुरूआत तिलावत-ए-कलाम पाक से की गई। जिसके बाद नात-ए-पाक पढ़ी गई।
खिताब पेश करते हुए इमाम मौलाना मोहम्मद हसन ने कहा कि ईद-ए-ग़दीर मोमनीन की बड़ी ईद है, क्योंकि गदीर के मुकाम पर रसूल-ए-खुदा को अल्लाह पाक की तरफ से हजरत अली (अलै.) की वेलायत का खुला एलान करने का हुक्म मिला। रसूल-ए-खुदा ने गदीर के मैदान पर वेलायत का एलान किया। जाकिरे अहलेबैत जमाल हैदर ने कहा कि अली के मानने वाले उनके किरदार से सबक लें, इससे उनकी जिदगी भी खूबसूरत बनेगी और आखिरत भी कामयाब होगी। मौलाना अली अब्बास ने भी ईद-ए-गदीर के साथ हजरत अली की जिदगी पर भरपूर रोशनी डाली। बेताब, सज्जाद, हानी, हसन जमाल, हानी आदि शायरों ने अपने-अपने अंदाज में अली की शान में कसीदे पढ़े। राहिब रिजवी, जानशीन हैदर, जमाल असगर, महफूज आदि का योगदान उल्लेखनीय रहा। बीच-बीच में हुई आतिशबाजी से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा। घरों में नाना प्रकार के मिष्ठान बनाएं गए। शांति व्यवस्था में मुकामी पुलिस फोर्स सक्रिय रही।