पीसीपीएनडीटी के नोडल पद से हटाए गए डा.अस्थाना
निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी व पटल सहायक का सेंटर संचालक से पैसा लेने संबंधी वीडियो वायरल हुआ था। जिसको लेकर सीएमओ द्वारा जांच कमेटी का गठन किया गया।
सिद्धार्थनगर: बीते अक्टूबर माह में बांसी तहसील क्षेत्र के एक अस्पताल की जांच के दौरान पैसा लेने संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद सीएमओ ने कार्रवाई करते हुए पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (पीसीपीएनडीटी) के नोडल अधिकारी डा.प्रशांत अस्थाना को उनके पद से हटा दिया है। साथ ही पटल सहायक राजेश श्रीवास्तव को भी उक्त पटल से हटा कर उनके स्थान पर कमलेश उपाध्याय को पटल संबंधी अभिलेख सौंपने का निर्देश दिया है। डा.अस्थाना के स्थान पर डा.आरपी मौर्या को नया नोडल बनाया गया है।
निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी व पटल सहायक का सेंटर संचालक से पैसा लेने संबंधी वीडियो वायरल हुआ था। जिसको लेकर सीएमओ द्वारा जांच कमेटी का गठन किया गया। जिलाधिकारी ने भी मामले के संबंध में नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा था जिसके जवाब में डा. प्रशांत ने डीएम को सौंपे स्पष्टीकरण के साथ अस्पताल संचालक द्वारा उक्त के संबंध में शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया। जिसमें संचालक विकास चौधरी द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि उनके अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन है ही नहीं कि टीम द्वारा उसकी जांच की जाए। पैसा लेने के संबंध में उन्होंने जिला मुख्यालय पर कार्य करने वाले एक फिजियोथिरेपिस्ट से उधार लिए धनराशि को पटल सहायक राजेश श्रीवास्तव के माध्यम से भेजवाने की बात स्वीकार की है। सीएमओ डा. आइवी विश्वकर्मा ने कहा कि संबंधित चिकित्सक की तरफ से उनका पक्ष मिल गया है। फिर भी इस प्रकरण में दोनों लोगों का हटा दिया गया है।