बेसहारा पशु व नील गायों ने बढ़ाई परेशानी
क्षेत्र के अन्नदाता बेसहारा पशुओें व नीलगायों के आतंक से बेहद परेशान हैं। धान व गन्ने की फसलों में पशुओं के झुंड पहुंच रहे हैं जो खाने से अधिक रौंद कर फसल को बर्बाद कर दे रहे हैं।
सिद्धार्थनगर : क्षेत्र के अन्नदाता बेसहारा पशुओें व नीलगायों के आतंक से बेहद परेशान हैं। धान व गन्ने की फसलों में पशुओं के झुंड पहुंच रहे हैं, जो खाने से अधिक रौंद कर फसल को बर्बाद कर दे रहे हैं। क्षेत्र के मझौवा, रसूलपुर, असनहरा, कुसहटा, उपधीखुर्द, औराताल, सेखुई, परसा हुसैन, टिकरिया, औराताल, जिमड़ी, भलुवाही, महोखवा, कुंडी, परसा, सेखुई, मल्हवार, जिमड़ी, संगवार, तुरकौलिया आदि गांवों के किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। गेहूं के सीजन में असमय बारिश से जहां गेहूं, दलहन- तिलहन की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इधर धान की रोपाई के बाद से ही बेसहारा गायों के झुंड व नील गायों का आतंक किसानों के लिए सिर दर्द बन गया है। हालत यह है कि झुंड में दर्जनों गोवंश होने के कारण किसान बिना डंडे के इनके करीब जाने हिम्मत नहीं जुटा सकते, क्योंकि अकेला देख पशु हमला बोल देते हैं। शकील अहमद, राम तीर्थ, उमाकांत चौधरी, मुक्तेश्वर प्रसाद, हीरा लाल, गणेश कुमार, नीरज त्रिपाठी, अंबुज अग्रहरि आदि किसानों ने नपं क्षेत्र में गोशाला निर्माण की मांग उठाई है।