मांगे नहीं पूरी हुई तो कार्य बहिष्कार की चेतावनी
पीएफ घोटाले में फंसी धनराशि सहित अन्य मांगों को लेकर विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बुधवार को ज्ञापन सौंप कर मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में अधिकारियों कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को गिनाते हुए सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई
सिद्धार्थनगर : पीएफ घोटाले में फंसी धनराशि सहित अन्य मांगों को लेकर विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बुधवार को ज्ञापन सौंप कर मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में अधिकारियों कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को गिनाते हुए सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर मांगे पूरी नहीं की गई तो 21 नवम्बर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
संगठन पूर्वांचल शाखा के आशीष ने बताया कि उत्तर प्रदेश ऊर्जा निगम में कार्यरत कार्मिकों के जीपीएफ एवं सीपीएफ ट्रस्ट में धन राशि की गई कटौती के विरुद्ध उनके देय राशि की सुरक्षा की गारंटी प्रदान किए जाने हेतु राजाज्ञा पत्र जारी होनी चाहिए। ट्रस्ट का संचालन नियमों के विपरीत किए जाने, ट्रस्ट के नियमों की अनदेखी कर भ्रष्टाचार की मंशा से कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई के साथ खिलवाड़ कर मनमाने तरीके से विधि के विरुद्ध मानकों के विपरीत निजी बैंकों में धन निवेश किए जाने के गंभीर आर्थिक अपराध के कृत्य के प्रमुख जिम्मेदार शीर्षस्थ अधिकारी, ट्रस्ट के चेयरमैन एवं अन्य नियोक्ता ट्रस्टी सदस्यों को उनके पदों से तत्काल निलंबित कर पारदर्शी जांच किए जाने हेतु उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने का निर्देश जारी किया जाए। पदाधिकारियों ने यह भी मांग की कि मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए एक सप्ताह में बैठक का समय निर्धारित किया जाना चाहिए। इस दौरान अखिलेश्वर प्रसाद, इंद्रेश बहादुर, विनय कुमार, वीपी सिंह, अजीत सिंह, विनीत कुशवाहा, अनिल यादव, सुरेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।